पंडित न हों तो कैसे करें पिंडदान? जानिए
श्राद्ध हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान है जो मृत पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए किया जाता है। इस अनुष्ठान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है पिंडदान. पिंडदान एक…
निसंतान कैसे करें श्राद्ध ? जानिए विधि और नियम
शास्त्रों के अनुसार, पुत्र ही पिता का श्राद्ध-कर्म करता है। ऐसे में जो लोग निस्संतान थे, उन्हें तृप्ति कैसे मिलेगी? शास्त्रों ने उनके लिए भी कुछ विधान बताए हैं।पुत्र कर्तव्यों…
अनंत चतुर्दशी के दिन बांधे अनंत सूत्र होती है हर संकट में रक्षा करता है
भाद्रपद माह शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व भी भगवान विष्णु को समर्पित है, जिन्हें ब्रह्मांड के संरक्षक के रूप में…
कपूर क्या है? जानिए अर्थ और पूजा में कपूर का महत्त्व
कपूर का महत्व हिंदू धर्म अनगिनत अनुष्ठानों, परंपराओं, रीति-रिवाजों और मान्यताओं को बहुत महत्व देता है। हिंदू अनुष्ठानों के हिस्से के रूप में, हम अपनी पूजा, आरती और अन्य समारोहों…
क्या होता है पितृ पक्ष? जानिए पितृपक्ष का अर्थ
पितृ पक्ष हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में मनाया जाता है। यह 15 दिनों का पर्व होता है, जिसमें हिंदू धर्मावलंबी अपने…
गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चौदस तक पढ़ें ये खास स्तोत्र
गणेश जी को ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि, शक्ति और सम्मान का कारक माना जाता है। हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।…
भला ये छोटा-सा चूहा कैसे बना गणेश जी का वाहन? जानें पौराणिक कथाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा
गणेश जी के वाहन के रूप में छोटे से चूहे की कहानी भारतीय पौराणिक कथाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के…
आज घर-घर पधारेंगे मंगलमूर्ति, इस मुहूर्त में करें गणपति स्थापना
आज गणेश चतुर्थी का महापर्व है। आज देशभर के पंडालों और घरों में गणपति बप्पा की स्थापना की जाएगी। हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी के पर्व का विशेष महत्व होता…
कब किया जाएगा गणेश विसर्जन, जानिए तिथि और महत्व
कई लोग गणेश चतुर्थी पर घर में स्थापित गणपति बप्पा की मूर्ति का विसर्जन अनंत चतुर्दशी के दिन करना अधिक शुभ मानते हैं। जो गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद…
जानिए यज्ञोपवीत धारण करने का मूल कारण क्या है?
यज्ञोपवित या जनेऊ को उपवीत, यज्ञसूत्र, व्रतबन्ध, बलबन्ध, मोनीबन्ध और ब्रह्मसूत्र भी कहते हैं। यदि कोई भी पुरुष या स्त्री धर्म के मार्ग पर चलना चाहते हैं तो वह यज्ञोपवीत…