राजनीति में भी चमके मीडिया के सितारे

इन दिनों देश में लोकतंत्र का महापर्व चल रहा है। जाहिर है राजनीति का आकर्षण प्रबल है। सिने कलाकार, साहित्यकार, वकील, न्यायाधीश, खिलाड़ी, गायक, उद्योगपति सब क्षेत्रों के लोग राजनीति में हाथ आजमाना चाहते हैं। ऐसा ही हाल पत्रकारिता के सितारों का भी है। मीडिया और पत्रकारिता के अनेक चमकीले नाम राजनीति के मैदान में […]

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टाइटैनिक दुर्घटना और यह आपदाकाल!

वह अप्रैल 1912 था, यह अप्रैल 2021! टाइटैनिक दुर्घटना और यह आपदाकाल! भाप का सबसे बड़ा जहाज था टाइटैनिक ! उस पर 2223 लोग सवार थे। लाइफबोट 16 थीं। हरेक की क्षमता 65 लोगों की थी। यानी इन सारी लाइफबोट को मिलाकर करीब आधे यात्री ही बचाये जा सकते थे। मतलब ये कि सभी को […]

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“अपंग शहर की बेबस जनता”

“अपंग शहर की बेबस जनता”कोरोना कॉल की महामारी में जिस तरह से लोग परेशान हो रहे हैं अपनों के लिए, अपने चाहने वालों के लिए, तथा स्वयं की भी कोई मदद नहीं कर पा रहे हैं। आप समझ सकते हैं जिस तरह का यह मंजर इस वक्त चल रहा है, यह कोई रियल लाइफ की […]

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पलायन के रिसते घाव लिए कैसे मुस्कुराएगा इंडिया ?

कोरोना के इस संकट काल में अब देश के हालातों पर किसी भी तरह की पर्देदारी नहीं है। इसीलिए ज़्यादा इधर उधर की बात ना करते हुए हमें मूल विषय को पकड़ना चाहिए। 24 मार्च से लेकर अब तक चार चरणों का देश व्यापी लॉक डाउन 56 दिनों का हो चुका है। इन 56 दिनों […]

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प्रवासी मज़दूर या मजबूरियाँ प्रवासी

प्रवासी मज़दूर या मजबूरियाँ प्रवासी ✍🏻 डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ चिलचिलाती धूप और तेज़ पड़ती गर्मी, कराहती धरती और उस पर चलते भारत के नवनिर्माता के पाँव में होते छाले, नंगे पैर अपनी मजबूरियों की गठरी सिर पर बाँधे, हाथ में अपने भविष्य की रोटी यानी अपने बच्चों और पत्नी या परिवार को साथ लेकर […]

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सरकारै रोग फैलाइस,अब सरकारै रोक लगाये है

जनता परेशान है न कोई कही जा सकता न कोई सामूहिक पूजा इबादत कर पाता न कोई सादी ब्याह रचा सकता न कोई दाह संस्कार में भाग ले सकता न कोई कथा भागवत कर सकता सबकुछ सीमित हो गया है सरकार डंडा के बल पर आजादी छीन रखी है आपातकाल से भी बद्तर हालत हो […]

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11 घरों के सपनों का जनाजा

भोपाल में हुए हादसे पर लेखक विजय मनोहर तिवारी की अखबारी कवरेज और कलेक्टर के आत्मज्ञान पर एक गौरतलब टिप्पणी- भोपाल में शुक्रवार की सुबह अखबार आने के पहले मोबाइल पर बहुत विस्तार से पता चल चुका था कि छोटे तालाब में गणेश विसर्जन के समय नाव डूबने से 11 युवक मारे गए हैं। दिन […]

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आरक्षणः संघ की घुटने टेकू मुद्रा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सत्तारुढ़ भाजपा की एक ताजा समन्वय गोष्ठी में यह विचार उछला कि संघ जातीय आरक्षण का स्पष्ट समर्थन करता है। यह गहरे विवाद का विषय इसलिए बन गया कि संघ के मुखिया मोहन भागवत ने दो बार स्पष्ट शब्दों में कह दिया था कि आरक्षण की व्यवस्था पर पुनर्विचार किया जाए। […]

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कॅरियर के मझधार में युवा आईएएस के नौकरियां छोड़ने के मायने

देश में मोदी राज की दूसरी पारी में एक के बाद एक आईएएस अधिकारियो द्वारा नौकरी से इस्तीफे की घटनाएं चौंकाने वाली इसलिए है कि अगर राष्ट्र आजादी  के बाद सर्वाधिक चमकीले दौर में प्रवेश कर गया है तो ये अफसर सरकारी ताम झाम और पावर को अलविदा क्यों कह रहे हैं? क्या उन्होंने नौकरी […]

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इंदौर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष जलधारी नहीं रहे

जलधारी जी ! तनिक और ठहर जाते ओह । फिर एक दुखद खबर । इंदौर के बौद्धिक जगत को अतुल लागू के बाद एक और झटका । दोस्त ,कवि, पत्रकार शशींद्र जलधारी चले गए ।अस्पताल से तो ख़बरें आ रही थीं कि तबियत में कुछ सुधार है । लेकिन सूचना आई तो भरोसा ही नहीं […]

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