इंदौर में 41वीं ईएजी प्लेनरी बैठक का गरिमामय शुभारंभ हुआ। वेलकम सेशन में EAG के अध्यक्ष एवं विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में मध्य प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव और सांसद श्री शंकर लालवानी शामिल हुए। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के HOD विवेक अग्रवाल ने बैठक के उद्देश्यों से अवगत कराया।
सौ देशों के प्रतिनिधियों ने लगाए पौधे
आज सौ देशों के प्रतिनिधियों ने पौधे भी लगाए। हर देश का एक निश्चित स्थान बनाया गया था जहां पर उस देश का झंडा भी लगा था। वहीं पर प्रतिनिधि ने पौधे लगाए और इंदौर में चलाए जा रहे पौधरोपण के कार्यक्रम का महत्व भी समझा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख विवेक अग्रवाल ने कहा कि पौधरोपण के माध्यम से पूरी दुनिया में पर्यावरण संरक्षण का संदेश देने का प्रयास किया गया। नगर निगम कमिश्नर शिवम वर्मा ने कहा कि यह शहर के लिए गर्व का विषय है कि हम इतना बड़ा आयोजन कर रहे हैं। गार्डन में सौ से अधिक पौधे लगाए गए। इंदौर को स्वच्छ और हरित बनाना है।
मूल्यांकन के बाद भारत को उच्चतम रेटिंग
मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए यूरेशियन समूह की 41वीं प्लेनरी बैठक और कार्यकारी समूह की बैठक 25 से 29 नवंबर तक इंदौर में आयोजित हो रही है। बैठक का आज शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र के बाद भारत के धन शोधन और आतंकवादी वित्तपोषण विरोधी उपायों के पारस्परिक मूल्यांकन की रिपोर्ट को ईएजी के कार्य समूह में पेश किया गया और उस पर चर्चा की गई। भारत का पारस्परिक मूल्यांकन वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ), एशिया प्रशांत धन शोधन समूह (एपीजी) और ईएजी के सदस्य देशों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। इस रिपोर्ट को पहले जून 2024 में सिंगापुर में आयोजित एफएटीएफ प्लेनरी के दौरान और सितंबर 2024 में अबू धाबी में आयोजित एपीजी प्लेनरी के दौरान अपनाया गया था। ईएजी इस सप्ताह इंदौर में आयोजित अपने प्लेनरी में पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट को अपनाएगा। सभी सदस्य देशों ने रिपोर्ट का समर्थन किया और धन शोधन और आतंकवादी वित्तपोषण से निपटने में भारत के प्रयासों की सराहना की। मूल्यांकन के बाद भारत को “नियमित अनुवर्ती” में रखा गया है, जो FATF द्वारा उच्चतम रेटिंग श्रेणी है। यूके, फ्रांस और इटली उन जी-20 देशों में से हैं जिन्हें भारत के अलावा इस श्रेणी में रखा गया है। रिपोर्ट में इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि भारत ने वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। बैंक खातों वाली आबादी के अनुपात को दोगुना से अधिक किया है, जिससे डिजिटल भुगतान प्रणालियों पर अधिक निर्भरता को बढ़ावा मिला है। इन प्रयासों ने वित्तीय पारदर्शिता का समर्थन किया है, जो बदले में एएमएल/सीएफटी प्रयासों में योगदान देता है। देशों ने इस प्रक्रिया में सर्वोच्च रेटिंग प्राप्त करने पर भारत को बधाई दी। भारत ने क्षेत्र में एमएल/टीएफ जोखिमों के खिलाफ क्षेत्र की क्षमताओं को मजबूत करने के लिए प्रभावी एएमएल/सीएफटी प्रणालियों को लागू करने पर अपने अनुभव साझा करने पर सहमति व्यक्त की। सत्र में विभिन्न कार्य समूहों के अन्य एजेंडा मदों पर भी चर्चा की गई। जिनमें अन्य यूरेशियाई देशों की अनुवर्ती रिपोर्ट, मनी लॉन्ड्रिंग (एमएल) और आतंकवादी वित्तपोषण (टीएफ) से संबंधित टाइपोलॉजी, यूरेशियाई क्षेत्र में एमएल/टीएफ जोखिमों को कम करने की योजना आदि शामिल हैं। 41वीं ईएजी प्लेनरी बैठक इंदौर में 29 नवंबर 2024 तक जारी रहेगी।
ईएजी के बारे में
ईएजी एक वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) शैली का क्षेत्रीय निकाय है जिसमें भारत, रूस और चीन सहित 9 सदस्य और 40 पर्यवेक्षक हैं जिनमें से 16 देश और 24 अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं। भारत को दिसंबर 2010 में ईएजी में सदस्यता प्रदान की गई थी।
एफएटीएफ के बारे में
वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना 1989 में मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी वित्तपोषण और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली की अखंडता के लिए अन्य संबंधित खतरों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय निगरानी संस्था के रूप में की गई थी। भारत 2010 में एफएटीएफ का सदस्य बना।