इंदौर :प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान इंदौर आने वाले अतिथियों को अपने घरों में ठहराकर अतिथि देवो भव: की परंपरा निर्वहन की तैयारी इंदौर में की जा रही है। बैठक में सभी की राय आयी कि इंदौर में आने वाले अतिथियों को एक आत्मीय आतिथ्य मिल सके, इसके लिए उन्हें अपने घरों में ठहराने की भी पहल की जाए। इस संबंध में इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा और सीईओ आर.पी. अहिरवार घरों के चयन और आगामी रूपरेखा के लिए समन्वय का कार्य करेंगे।
बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के आयोजन के लिये इंदौर आतुर है और अतिथि देवो भव: के भाव से तैयार है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में आने वाले अतिथियों को पारिवारिक माहौल दिया जायेगा। अतिथियों को घरों में ठहराने की पहल की जा रही है, जो अपनेआप में एक अनूठा प्रयास है। अतिथियों को घर जैसा पारिवारिक माहौल देने के लिये घर चिन्हित किये जा रहे। इन घरों में अतिथियों की सुविधा अनुसार सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जायेंगी। यह प्रयास किया जायेगा कि अतिथियों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो। वे जब यहां ये वापस जाये तो इंदौर के सेवा भाव को कभी भूल न पाये। इंदौर के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता और प्रशासन तथा जनप्रतिनिधियों के समन्वय से हम इस आयोजन को अविस्मरणीय बनाएंगे।
गौरव रणदीवे ने कहा कि प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुसार अतिथियों को होम स्टे कराने की पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि इंदौर के स्वभाव में आतिथ्य भाव है। निश्चित तौर पर इंदौर अतिथियों को परिवारभाव का अनुभव करायेगा। जो अतिथि स्वैच्छा से घरों में रहना चाहेंगे उन्हें घरों में पारिवारिक माहौल में ठहराया जायेगा। हम परिवार भाव से सभी का स्वागत और अभिनंदन करेंगे। अतिथि जैसा चाहेंगे वैसी उनकी सेवा की जायेगी। मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में इंदौर अतिथियों के स्वागत के लिये पलख पावड़े बिछाकर आतुर है।
रेसीडेंसी कोठी में सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, गौरव रणदीवे और संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने इस संबंध में बैठकर चर्चा की। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्रीजी की मंशा है कि यह आयोजन इंदौर के नागरिकों की सक्रिय सहभागिता से संपन्न हो। इसी के अनुरूप यह पहल सामने आयी है। बैठक में इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आर पी अहिरवार एवं समाज के अन्य वर्गों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।