
चंडीगढ़. पंजाब में गुरुवार को पुलिस महानिदेशक (DGP) बदले गए हैं. पंजाब सरकार ने इकबाल प्रीत सिंह सहोता की जगह अब सिद्धार्थ चटोपाध्याय को राज्य का नया पुलिस प्रमुख बनाया गया है. कहा जा रहा है कि राज्य सरकार ने यह फैसला पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के दबाव में लिया है. सिद्धू को शुरू से ही सहोता को लेकर आपत्ति थी. सहोता की नियुक्ति के बाद से ही सिद्धू उनको हटाए जाने का दबाव बना रहे थे.
कहा जा रहा है कि सिद्धार्थ चटोपाध्याय नवजोत सिंह सिद्धू की पहली पसंद थे. लेकिन चरणजीत सिंह चन्नी की सरकार ने इकबाल प्रीत सिंह सहोता को कार्यकारी डीजीपी का पद दे दिया था. सहोता को चन्नी सरकार ने डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया था. वहीं कुछ दिनों पहले सिद्धू ने सहोता पर आरोप लगाया था कि उन्होंने बेअदबी मामले में दो युवा सिखों को फंसा दिया था और बादल परिवार के लोगों को क्लीन चिट दे दी है. बता दें कि सहोता बेअदबी मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी में थे.
सहोता फरीदकोट में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी की घटनाओं की जांच के लिए तत्कालीन अकाली सरकार द्वारा 2015 में गठित एक विशेष जांच दल के प्रमुख थे. पंजाब की चन्नी सरकार ने नए डीजीपी की नियुक्ति के लिए यूपीएससी को अधिकारियों के नामों की सूची भेजी थी.इस सूची में इकबाल प्रीत सिंह सहोता का नाम भी था. नवजोत सिंह सिद्धू चाहते थे कि सहोता की जगह चटोपाध्याय को पुलिस विभाग की कमान सौंपी जाए. चटोपाध्याय 2007 से 2012 के बीच बादल परिवार के वित्तीय कारोबार की जांच कर चुके हैं. चटोपाध्याय विजिलेंस विभाग के निदेशक भी रह चुके हैं. बता दें कि पंजाब समेत 5 राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कैप्टन अमरिंदर सिंह के कांग्रेस छोड़ देने के बाद से ही पंजाब की राजनीति में काफी गहमागहमी का माहौल चल रहा है.