इंदौर में 7 दिन पहले जेल से छूटे अपहरण के आरोपी ने 5 साल के मासूम का अपहरण कर लिया। बच्चा प्रेमिका के पड़ोस में ही रहता है। अपहरण के बाद बदमाश ने मासूम की मां को फोन करके प्रेमिका और उसकी मां से बात कराने के लिए जिद करने लगा। महिला पुलिसकर्मियों ने उसे बातों में उलझा दिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी लोकेशन तलाश ली। आरोपी को खरगोन से गिरफ्तार कर लिया गया। वह बच्चे को लेकर एक झोपड़ी में छिपा था। आरोपी पहले भी प्रेमिका के बहन और उसके बेटे का अपहरण कर चुका है। इसी मामले में वह जेल में था।
इंदौर DIG मनीष कपूरिया ने बताया कि बदमाश दीपक खरगोन में ईंट-भट्टे पर काम करता था। वह हाल ही में जेल से बच्चे के ही अपहरण में जेल से बाहर आया था। दीपक प्रेमिका की मां के घर पहुंचा। उसे पता चला कि वह किसी और के साथ रहने लगी है। दीपक को आशंका थी कि इस पूरे मामले में प्रेमिका की मां का हाथ है। 2 अप्रैल को उसने पड़ोस में रहने वाले अन्ना पुत्र बंटी (5) को अगवा कर लिया। वह फोन करके प्रेमिका और उसकी मां से बात कराने के लिए दबाव बनाने लगा। गांधीनगर पुलिस ने शनिवार को मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश की। देर रात पुलिस की एक टीम खरगोन पहुंची। यहां पुलिस के हत्थे दीपक चढ़ गया। पुलिस ने बच्चे को भी सही सलामत अपने कब्जे में ले लिया है।
पांच माह पहले दोनों साथ-साथ रहते थे
ईंट-भट्टे में काम के दौरान ही दीपक सिरपुर क्षेत्र में रहने वाली माया से प्रेम करने लगा। दोनों साथ रहने लगे थे। करीब पांच महीने पहले माया उसे छोड़ कर आ गई। पिछले वर्ष दिसंबर में गुस्साए दीपक ने माया की बहन और उसके 7 साल के बेटे का अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद उसने कहा था कि- मुझे माया चाहिए। उस वक्त महिला पुलिसकर्मियों ने उसे बातों में उलझाया और खरगोन से पकड़ा। करीब सात दिन पूर्व ही वह जेल से छूटा और सीधे माया की मां के पास पहुंचा। उसे पता चला कि माया तो पूर्व पति के पास चली गई है। गुस्से में उसने पड़ोसन के बेटे का अपहरण कर लिया।