टोक्यो ओलंपिक्स के सेमीफाइनल में भारतीय टीम 5-2 से हार गई है। इस तरह भारत सेमीफाइनल में तो नहीं पहुंच सका, लेकिन अब भी कांस्य पदक की उम्मीद कायम है। ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी के बीच जो मैच हारेगा, उससे भारत का मुकाबला होगा। यह मुकाबला 5 अगस्त को होगा। बेल्जियम ने मैच में पहला गोल किया। इसके बाद एक समय भारत 2-1 से आगे हो गया था, लेकिन आखिरी में बेल्जियम ने 5-2 से मैच जीत लिया। हरमनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह के क्रमश: 7वें और 8वें मिनट में किए गए गोलों की बदौलत टीम इंडिया ने पहले क्वार्टर के बाद विश्व चैंपियन बेल्जियम को 2-1 से आगे कर दिया था। इसके बाद बेल्जियम ने दूसरे मिनट में लोइक लुयपर्ट के माध्यम से बढ़त बना ली थी। 48 साल बाद भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक्स के सेमीफाइनल में पहुंची थी। पूरा देश इस मैच को देख रहा था। खुद प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने ट्वीट कर बताया था कि वे भी भारत बेल्जियम मुकाबला देख रहे हैं। जानिए मैच से जुड़ा हर अपडेट
- ड्रैगफ्लिकर अलेक्जेंडर हेंड्रिकक्स ने विश्व चैंपियन बेल्जियम को आगे रखने के लिए मैच का अपना दूसरा गोल किया। उन्होंने एक और पेनल्टी कार्नर को गोल में परिवर्तित किया।
- टीम इंडिया और विश्व चैंपियन बेल्जियम इस अंतिम-4 मुकाबले में 2-2 से बराबरी पर है। बेल्जियम ने पहले क्वार्टर की शुरुआत में लॉइक लुयपर्ट के गोल से बढ़त बना ली थी लेकिन भारत ने हरमनप्रीत सिंह के पेनल्टी कार्नर से वापसी की। मनदीप सिंह ने इसके बाद 8वें मिनट में अपनी टीम को आगे कर दिया। फिर अलेक्जेंडर हेंड्रिकक्स ने दूसरे क्वार्टर में बराबरी की।
- TokyoOlympics: भारत और बेल्जियम के बीच पुरुष हॉकी सेमीफाइनल के पहले हाफ की समाप्ति के बाद स्कोरलाइन 2-2
- ड्रैगफ्लिकर हरमनप्रीत सिंह गेंद को सीधे बेल्जियम के गोलकीपर पर मारता है, लेकिन वो अपनी छड़ी से बचा लेता है। अमित रोहिदास और नीलकांत शर्मा रिबाउंड से हमला करने में विफल रहे। इस तरह भारत पेन्ल्टी कॉर्नर का फायदा नहीं उठा सका।
- भारतीय आज बेल्जियम से बदला लेने की भी कोशिश में है क्योंकि यह बेल्जियम टीम ही थी, जिसने भारत को 2016 ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल से बाहर कर दिया था।
- पुरुष हॉकी टीम का यहां तक पहुंचने का भी इतिहास है। भारतीय टीम के पास खोने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि उसने सेमीफाइनल में पहुंचने का लक्ष्य हासिल कर लिया है। टीम ने स्पेन (3-0), अर्जेंटीना (3-1), जापान (5-3) और ग्रेट ब्रिटेन (3-1) को हराकर यहां तक का सफर तय किया है।