ग्वालियर: स्वर्गीय माधवराव सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे हैं और ग्वालियर चंबल-अंचल में उन्हें विकास पुरुष के नाम से जाना जाता है। यही कारण है कांग्रेस पार्टी अपने विकास पुरुष यानी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया का नाम आज भी बड़ी सम्मान के साथ लेती है। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी स्वर्गीय माधवराव सिंधिया के नाम से किनारा करने लगी है और इसका कारण है उनके बेटे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया।
लेकिन जब से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं तो उसके बाद अपने पिता की पुण्यतिथि और जयंती को भव्य तरीके से मनाने लगे हैं। यही कारण है कि उनकी जयंती और पुण्यतिथि पर कांग्रेस को मनाने का मौका भी नहीं दे पा रहे हैं। लिहाजा, कांग्रेस धीरे-धीरे उनके नाम को भूलने लगी है। यही कारण है कि आज माधवराव की जयंती पर कांग्रेस को आयोजन करना था, उसके बदले पूरी बीजेपी एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर रही है। यही कारण है कि जब ऐसा लग रहा है स्वर्गीय माधवराव सिंधिया अब धीरे-धीरे बीजेपी के होने लगे हैं।
यही कारण है कि स्वर्गीय माधवराव सिंधिया की जयंती पर उनके बेटे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया। सबसे पहले सुबह उनकी स्मृति में राष्ट्रीय मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। खास बात यह है कि इस मैराथन दौड़ में खुद केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके बेटे महा आर्यमन सिंधिया ने भी 12 किलोमीटर दौड़ लगाई। उसके बाद शाम को उनकी छतरी पर भजन संध्या का कार्यक्रम किया गया।
इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा सहित ग्वालियर चंबल-अंचल के मंत्री और सभी बड़े विपक्ष नेता शामिल हुए। साथ ही सिंधिया अपने पूरे परिवार के साथ इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए पहुंचे। अब इस कार्यक्रम की कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस इसे आगामी विधानसभा का सिंधिया का इवेंट बता रही है तो वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इसलिए अपने आप को टिकट नेता साबित करने के लिए यह सब कुछ कर रहे हैं।
दरअसल आगामी समय में मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने आप को मजबूत करने की स्थिति में लगे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया चाहते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव में भी उनका रुतबा बरकरार रहे और अपने समर्थकों को जिताने के लिए लगातार अंचल में शक्ति प्रदर्शन करने में लगे हैं। यह साबित करना चाहते हैं कि ग्वालियर चंबल अंचल में उनकी एक बहुत बड़ी फौज है और वह इस अंचल के सर्वमान्य नेता है।
यही कारण है कि वह इस समय ग्वालियर में सबसे ज्यादा दौरे करने में लगे हुए हैं और दौरे के दौरान उनके समर्थक मंत्री और पूरा प्रशासन उनके साथ चलता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं और कोई न कोई बहाने बड़ा आयोजन कर रहे हैं, जिसमें सरकार तक बुला रहे है। इसका दूसरा कारण यह भी है कि कि सिंधिया आगामी लोकसभा का चुनाव ग्वालियर लोकसभा से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।