इंदौर। खजराना गणेश मंदिर प्रबंध समिति की पहल पर अन्नक्षेत्र बनाया गया है. यहां आने वाले भक्तों को भगवान का प्रसाद भोजन के रूप में निशुल्क दिया जाएगा. समिति ने मंदिर में आने वाले दान और अनाज भंडार में प्राप्त होने वाले दान से यहां भोजन तैयार किया जाता है. यहां प्रतिदिन जरूरतमंद भक्तों को भोजन प्रसादी मुफ्त दी जाती है. एक अनुमान के मुताबिक यहां हर दिन 3 से 4 हजार श्रद्धालु भोजन प्रसादी ग्रहण करते हैं.
मंदिर में मिलता है नि:शुल्क भोजन : खास बात यह है कि, मंदिर समिति ने भोजन के लिए किसी भी तरह का कोई शुल्क निर्धारण नहीं किया है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि जो भी श्रद्धा भाव से पहुंचता है. उसके लिए पाकशाला के कर्मचारी अन्नक्षेत्र में भोजन तैयार करते हैं और बिना किसी भेदभाव के यहां आने वाले श्रद्धालुओं को भोजन परोसा जाता है. मंदिर प्रशासन का दावा प्रदेश का यह इकलौता ऐसा मंदिर है जहां से कोई भी भूखा नहीं लौटता है.
धनराशि से होती है व्यवस्था: खजराना गणेश मंदिर में सैकड़ों दानदाता दान देते हैं. इसके अलावा इंदौर के कई दानदाता अपने जन्मदिन या किसी दूसरे शुभ अवसर पर यहां अपनी तरफ से भोजन स्पॉन्सर करते हैं. दान का यह क्रम दानदाताओं के लिए बारी-बारी से आता है. इसलिए मंदिर में भोजन प्रसादी की व्यवस्था सतत चलती है.
खजराना का अन्नक्षेत्र क्वालिटी फूड सेंटर : भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण ने भी खजराना गणेश मंदिर के अन्नक्षेत्र को सेफ भोग प्लेस का सर्टिफिकेट दिया है. खास बात यह है कि मंदिर समिति और नगर निगम आयुक्त ने यहां भक्तों को गुणवत्तापूर्ण और शुद्ध भोजन दिए जाने की पहल की थी. जिसके बाद एफएसएसआई की टीम ने दौरा कर मंदिर के अन्नक्षेत्र को यह सर्टिफिकेट दिया है.