भोपाल। कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट ने पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है. इस बीच भोपाल-इंदौर में बढ़ रहे कोरोना केस को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है. बुधवार को सीएम शिवराज ने भोपाल में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की. जिसमें उन्होंने अधिकारियों से साफ कह दिया है कि सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है, लेकिन लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है. इसके लिए क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों को अहम भूमिका निभानी होगी .
सीएम ने बढ़ते मामले पर जताई चिंता
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल, इंदौर और जबलपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में नए केस मिलने पर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि कोरोना मामलों की जांच के लिए 50 से 55 हजार टेस्ट हो रहे हैं. लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ाकर 70 हजार तक ले जाना है. बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधि घर-घर दस्तक दें, और लोगों को मास्क और वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें. मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैं मास्क लगाने के प्रति जन-जागरूकता के लिए निकलूंगा. आप भी मास्क लगाएं और लोगों को मास्क लगाने का आग्रह करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि इलाज की पूरी व्यवस्था की जाएगी. दिसंबर महीने में वैक्सीनेशन अभियान चलाने की नई तारीखें घोषित की जाएंगी. जिन जिलों में 90 फीसदी से कम वैक्सीनेशन हुआ है वहां वैक्सीनेशन के लिए महाअभियान चलाया जाएगा.
सरकार कर रही पूरी तैयारी
शिवराज ने क्राइसिस मैनेजमेंट की बैठक में कहा, ‘मैं कलेक्टर्स को निर्देश देता हूं कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी को पूरे सम्मान से सक्रिय करें. ये मिलकर काम करने का समय है. हमारे पास पर्याप्त मात्रा में दवाईयां उपलब्ध हैं. बांकी तरह के इंजेक्शन और व्यवस्थाओं की भी व्यवस्था करके हम रख रहे हैं. ऑक्सीजन लाने के लिए टैंकर की व्यवस्थाएं भी चाकचौबंध रखें. ऑक्सीजन प्लांट्स की क्षमता हमने काफी बढ़ाई है. हम लहर आने ही ना दें, इसलिए मैं खुद भी काम करूंगा, क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी खुद भी काम करें’.
भीड़ से बचें : सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों की स्कूल में उपस्थिति संख्या 50 प्रतिशत की गई है, क्योंकि उन्हें टीका नहीं लगा है, मैं प्रतिबंध लगवाना भी नहीं चाहता, शादी-विवाह और बाजार में आपत्ति नहीं है, लेकिन अनावश्यक भीड़ से बचें. संक्रमण का प्रसार न हो इसके लिए हमें लोगों को शिक्षित करना पड़ेगा. मास्क लगाकर, सावधानी रखकर, हम बड़े संकट से बच सकते हैं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सभी जिलों में कलेक्टर्स मॉक ड्रिल करें, ऑक्सीजन संयंत्र और अग्निशमन उपकरण भी चेक करवा लें. आवश्यक मानव संसाधन उपलब्ध रखें और अमले को प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करें. तीसरी लहर आने ही न दें.