इंदौर।मिनी मुंबई में कोरोना काल में नकली इंजेक्शन रेमडेसिविर का काला खेल जमकर खेला गया. जिससे शहर में 5 लोगों की उस समय जान चली गई थी, जिसे लेकर विजय नगर पुलिस ने उस समय 26 लोगों को गिरफ्तार किया था, उसके बाद एक के बाद एक आरोपी गिरफ्त में आते गए और करीब 50 से ज्यादा आरोपियों को नकली इंजेक्शन रेमडेसिविर सप्लाई करने के आरोप में पकड़ा गया.वहीं कनाड़िया पुलिस भी नकली इंजेक्शन रेमडेसिविर को लेकर सक्रिय हुई और पंजाब राव को 1 इंजेक्शन के साथ पकड़ा लेकिन उस समय से अब तक कपिल शर्मा फरार था, जिसे अब पुलिस ने दबोच लिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है.
मुखबिर की सूचना पर आरोपी को पकड़ा
कोरोना संक्रमण के समय रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने के अपराध में पुलिस ने पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आरोपियों का एक साथी दो महीने से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी तेजाजी नगर से कनाड़िया तरफ आ रहा है, पुलिस ने सूचना के आधार पर आरोपी की घेराबंदी कर सिग्नेचर होटल के पास से गिरफ्तार कर लिया . बता दें कि आरोपी लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल में टेक्नीशियन के पद पर कार्य करता था.
नकली इंजेक्शन रेमडेसिविर के मामले में आरोपी कपिल गिरफ्तार एसपी आशुतोष बागरी ने दो हजार का किया था इनाम घोषित इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने कोरोना संक्रमण के समय रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी करने के अपराध में पुलिस ने पहले ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन आरोपियों का एक साथी दो महीने से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा था, पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी तेजाजी नगर से कनाड़िया तरफ आ रहा है, पुलिस ने सूचना के आधार पर आरोपी की घेराबंदी कर सिग्नेचर होटल के पास से गिरफ्तार कर लिया . बता दें कि आरोपी लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल में टेक्नीशियन के पद पर कार्य करता था.
इंदौर की कनाड़िया पुलिस ने दो हजार के इनामी आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया है, आरोपी कपिल पिछले दो महीनों से रेमडेसिविर की काला बाजारी के मामले में फरार चल रहा था, आरोपी के एक साथी पंजाब राव को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, जिससे पूछताछ में पकड़े गए आरोपी कपिल का नाम भी काला बाजारी करने में सामने आया था, फरारी के दौरान आरोपी कहां- कहां रहा उसके बारे में भी जांच की जा रही है.
पुलिस ने की थी रासुका की कार्रवाई
इंदौर पुलिस लगातार कोरोना काल में मरीजों को लगने वाले अत्यंत आवश्यक इंजेक्शन रेमडेसिविर की काला बाजारी करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. वो उन पर रासुका लगाकर जेल भेज रही है. इस बीच जिले की पुलिस कालाबाजारी को रोकने के लिए मुस्तैद दिख रही है. पुलिस ने रेमडेसिविर की काला बाजारी करने वाले आरोपियों पर रासुका की कार्रवाई की है और उन्हें जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है. पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई का प्रस्ताव जिला कलेक्टर को भेजा था, जहां से सभी आरोपियों पर रासुका के लिए वारंट मिल गया था. वारंट मिलते ही पुलिस ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया .फिलहाल पूरे ही मामले में पुलिस ने काफी बारीकी से पकड़े गये आरोपी से पूछताछ की है. वहीं फरारी के दौरान उसने कहां पर फरारी काटी और किन लोगों ने मदद की, उसके बारे में भी पूछताछ की जा रही है, आने वाले दिनों में और भी खुलासा होने के साथ गिरफ्तारियां हो सकती हैं.