इंदौर। हाल ही में जिद के चक्कर में बेटे से हाथ धोने वाले डॉक्टर जितेन्द्र के पिता की भी मौत हो चुकी है. पिता की मौत भी संदिग्ध है इसलिए पुलिस इसे हर एंगल से जांचने में जुटी है. गौरतलब है कि भंवरकुआं इलाके में अपनी महिला मित्र के साथ शादी रचाने में असफल रहे डॉ. जितेंद्र कुमार पंडोरिया (50) के बेटे कथित तौर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. बेटे की मौत के बाद डॉक्टर ने बिना पुलिस को सूचना दिए उसका अंतिम संस्कार कर दिया था. मामले की सूचना गांव वालों ने पुलिस को दी थी.डॉक्टर जितेंद्र व उनके परिजनों ने पुलिस को बताया कि उनके पिता मांगीलाल पिछले काफी दिनों से बीमार चल रहे थे अतः उन्हें इलाज के लिए शकुंतला देवी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था. इसी दौरान उनको हार्ट अटैक हो गया और उनकी मौत हो गई. फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस परिजनों के बयानों के आधार पर ही जांच में जुटी हुई है क्योंकि मृतक की उम्र भी काफी हो गई थी और काफी समय से वह बीमार भी चल रहे थे.
इसलिए है शक!
बता दे डॉक्टर जितेंद्र के जेल से छूटने के कुछ ही घंटे बाद उनके बेटे यशवंत ने फार्म हाउस पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. इस पूरे मामले में डॉ जितेंद्र ने बिना पुलिस को सूचना दिए ही उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था. जिसके बाद जब पुलिस को पूरे मामले की जानकारी लगी तो पुलिस काफी बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. वहीं आत्महत्या किन कारणों के चलते की गई इसके बारे में पुलिस डॉक्टर जितेन्द्र के परिजनों के भी बयान ले रही है. पिछली दफा जब बयान के लिए डॉक्टर जितेंद्र के पिता मांगीलाल को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था तो मांगीलाल ने अलग-अलग बयान दिए थे. जिसके कारण कई तरह की आशंका पुलिस द्वारा व्यक्त की गई थी और अचानक मांगीलाल की मौत से पुलिस का शक गहरा गया है.
घटना के बाद पोते और पिता की हुई मौत
इस जिद ने पहले घर के चिराग और उसके बाद घर के बुजुर्ग को छीन लिया है. डॉक्टर की इस चाहत का नतीजा ये है कि परिवार में उनकी पहली पत्नी और बेटियां रह गई हैं. इसी के साथ जिस टीचर के साथ वह शादी करने वाले थे उन्हें भी चोट लगने के कारण इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
यह है घटना
यह घटना इंदौर के कम्पेल गांव की बताई जा रही है. यहां रहने वाले डॉक्टर जितेंद्र करीब 3 दिन पहले भंवरकुआं थाना क्षेत्र में अपने बच्चों की टीचर से शादी करने वाले थे, लेकिन मामले की जानकारी उनके परिजनों को लग गई और परिजनों ने पहुंचकर जमकर हंगामा किया, शादी नहीं होने दी. मामले में शिकायत के बाद डॉक्टर को जेल जाना पड़ा और टीचर की शिकायत पर जितेंद्र के बेटे यशवंत पर भी केस दर्ज किया गया था. डॉक्टर जितेंद्र की मंगलवार को जमानत हुई. जैसे ही वह घर पर पहुंचे तो उसका परिजनों से विवाद हुआ. विवाद के बाद यशवंत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. पुलिस ने मामले की जांच करते हुए डॉ. जितेंद्र को हिरासत में लिया गया है और उससे सख्ती से पूछताछ की जा रही है.