नामी कंस्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक समेत परिवार के छह लोगों की मौत

Uncategorized देश प्रदेश

वर्ष 2019 के अंतिम दिन इंदौर में बड़ा हादसा हो गया। हादसे में नामी कन्स्ट्रक्शन कम्पनी के मालिक पुनीत अग्रवाल समेत छह लोगों की मौत हो गई। एक महिला का गंभीर अवस्था में ईलाज जारी है। बड़े हादसे को देखते हुए जिला कलेक्टर ने सभी शव के पोस्टमार्टम के लिए रात में ही अनुमति दे दी।
महू के पातालपानी में खुद के फार्म हॉउस पर पार्टी करने पहुंचा अग्रवाल परिवार हादसे का शिकार हो गया, हादसे में दो मासूम बच्चे समेत कुल छह लोगो की मौत हो गई है। दरअसल नए साल के 1 दिन पहले 31 दिसम्बर को पूरा परिवार महू पातालपानी फार्म हाउस पर सेलिब्रेशन करने के लिए पहुंचा था। यहां पर उनके फार्म हाउस के दूसरे हिस्से का निर्माण का काम चल रहा था और सीढ़ियों और लिफ्ट का काम भी चल रहा था। उन्होंने बिल्डिंग के पिछले हिस्से में हाइट से प्रॉपर्टी देखने के लिए टेंपरेरी लिफ्ट लगाई हुई थी। लिफ्ट में 7 लोग थे, यह लिफ्ट तकरीबन 70 फीट ऊपर जाकर तकनीकी कारणों के चलते अचानक रुकी और 10 से 15 फीट तेजी से नीचे आकर पलट गई। हादसे में पुनीत अग्रवाल उनके जमाई पलकेश, उनका भांजा आर्यवीर, पोता, बेटी पलक और उनका रिश्तेदार गौरव शामिल थे, इनमें इन सभी की मौत हो चुकी है और एक अन्य रिश्तेदार गंभीर घायल है जो आईसीयू में एडमिट है।
पुनीत अग्रवाल की नामी कन्स्ट्रक्शन कम्पनी के पास मौजूदा समय में देश के 10 बड़े टोल रोड के मेंटेनेंस का काम है। इसके साथ ही इंदौर और आसपास के कई बड़े हाई-वे और बड़े ओवर ब्रिज का निर्माण पुनीत की ही कम्पनी ने किया था। हादसे की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में समाज के लोग हॉस्पिटल परिसर मे एकत्रित हो गए। गमगीन परिवार के लोग मीडिया को देख कई बार आक्रोशित भी हुए। फिलहाल निजी अस्पताल में निधि का इलाज जारी है। निधि की रीढ़ की हड्डी में मल्टीपल फ्रेक्चर हुए है, जिनकी हालत खतरे की बनी हुई है। देर रात शव की अनुमति मिलने के बाद एक विशेष पैनल ने रात में ही शव का पोस्टमार्टम किया। बुधवार को दो शव का इंदौर दो का महू और दो का बॉम्बे में अंतिम संस्कार किया जाएगा। हादसे में पुनीत अग्रवाल उनकी बेटी पलक, दामाद पल्केश, पोता, रिश्तेदार गौरव, गौरव का बेटा आर्यवीर की मौत हो गई। दुखद हादसे की जानकारी मिलते ही कई बड़े नेताओ ने ट्वीट कर घटना पर दुःख व्यक्त किया। जानकारी मिली है कि हाल ही में इस लिफ्ट की मरम्मत करवाई गई थी। इसका साइज बढ़ा करवाया गया था। यह अस्थायी थी, लिफ्ट बंद होने पर उसे पैर से धक्का लगाना पड़ता था। सम्भवत हादसे के वक्त पैर से धक्का लगाते वक्त ही लिफ्ट अचानक पलट गई और सभी नीचे आ गिरे। जानकारी मिली है कि जिस वक्त हादसा हुआ उसी वक्त लिफ्ट के टावर पर पुनीत अग्रवाल का बेटा था। बेटे के ऊपर होने की वजह से वह हादसे का शिकार होने से बच गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *