बच्चों के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर चुके बुजुर्गों की अंतिम दौर की कहानी दुख-दर्दों से भरी हुई है। क्योंकि बुजुर्ग माता-पिता को उनके ही बच्चे साथ में नहीं रख रहे। इंदौर में जनसुनवाई के दौरान ऐसे ही कुछ दंपत्ति पहुंचे, जिनके बच्चे अब उन्हें घर से बेदखल कर रहे हैं। वही एक ऐसा भी मामला सामने आया, जिसमें संपत्ति के लिए बच्चों ने पिता को ही स्वर्गीय बना दिया।
झलारिया गांव के बुजुर्ग को उनके जीते जी उनके नाम की कृषि भूमि से न सिर्फ बेदखल कर दिया बल्कि उन्हें स्वर्गवासी भी बना दिया। संपत्ति का ऐसा लालच कम ही जगह देखने में आता है। 80 वर्षीय बुजुर्ग कोर्ट कचहरी के चक्कर लगा कर परेशान हैं। वही वह जनसुनवाई में उम्मीद लेकर आए है कि उन्हें उनका हक मिल जाए। बुजुर्ग दुले सिंह ने जनसुनवाई में पहुंच कर अधिकारियों को अपनी पीढ़ा बताई और इंसाफ दिलाए जाने की मांग की। बुजुर्ग के बच्चों ने पैतृक सम्पत्ति पाने के लिए अपने पिता को ही स्वर्गवासी बता दिया। वहीं जनसुनवाई के कई ऐसे भी मामले सामने आए जहां बुजुर्ग माता पिता को उनके बच्चे घर से बेदखल कर रहे है। अब देखना होगा कि प्रषासन बुजुर्ग को किस तरह से इंसाफ दिलाता है।