स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत इंदौर जिले में खुले में शौच मुक्त होने के बाद सिंगल यूज प्लास्टिक बनाए जाने के क्रम में शुरुआत करते हुए जिले की ग्राम पंचायत सिंदोडा जनपद पंचायत इंदौर ने सफलता पूवर्क सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को बंद कर प्रदेश में प्रथम सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त पंचायत बनाई है। इसको स्थायित्व बनाए रखने और ग्रामीणों को पूरे अभियान से जुड़े रखने हेतु प्रत्येक घर की बाहरी एक दीवार को नीले रंग से पोता गया है, जिसमें ग्रामीणों को गर्व की अनुभूति हो रही है, साथ ही उन्हें हमेशा स्मरण कराता रहेगा ये नीला रंग, जिसे शरीर व मस्तिष्क के लिए लाभकारी माना जाता है यही रंग बना इस गांव की पहचान बना।
दरअसल इसकी शुरुआत 2 अक्टूबर 2019 को स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम में इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव के पंचायत में भ्रमण के समय हुई थी। कलेक्टर ने पंचायत में ग्रामीणों के समक्ष आह्वान किया था कि शासन के प्रयासों के क्रम में क्या आपकी ग्राम पंचायत सबसे पहले सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद कर अन्य विकल्पों को अपनाकर उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है व साथ ही प्लास्टिक उपयोग के क्या दुष्परिणाम है इसके बारे में भी बताया जिसके पश्चात ग्रामीणों एवं स्थानीय दुकानदारों को इस अभियान में जोड़ा गया तथा उन्हें अभियान में जुड़ने हेतु तैयार किया गया।
दिन प्रतिदिन की गतिविधियों का निर्धारण कर सर्वप्रथम शासकीय संस्थानों को उसके पश्चात दुकानों को तथा सार्वजनिक स्थानों को घरों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का अभियान चलाया गया। इस हेतु मुख्य गतिविधियां संचालित की गई जिसमे कपड़े के थैलों का वितर किया गया। प्लास्टिक की थैली की जगह कपड़े की थैली का उपयोग करेंगे गांव की प्रत्येक दुकानों पर भी कपड़े की थैली के वितरण किया गया इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह को पेपर बैक का प्रशिक्षण देना, शादी समारोह में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध करना, सबसे अच्छी बात यह रही कि शादी समारोह व अन्य समारोह के लिए बर्तन बैंक ग्राम पंचायत में बनाया गया। जहां लोग न्यूनतम किराए पर इन बर्तनों को किराए पर ले सकते हैं। इस पूरे अभियान को महिला शक्ति के द्वारा लीड किया गया।