एकेडमी ऑफ इंदौर मैराथनर्स (एआईएम) द्वारा बहुप्रतीक्षित इंदौर मैराथन Indore Marathon का आयोजन 4 फरवरी 2024 को किया जा रहा है। इस बार की मैराथन एआईएम की दसवीं मैराथन है और इसके लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किए जा चुके हैं। मध्य भारत के सबसे बड़े रनिंग इंवेंट में शामिल होने के लिए बच्चों से बुजुर्गों तक हर उम्र के प्रतिभागियों में उत्साह दिखाई दे रहा है और लोग तेजी से रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। सेहत का पाठ पढ़ाने वाली मैराथन इस बार सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रैफिक नियमों का पालन करने की प्रेरणा भी देगी। इस बार मैराथन को ‘कोल इंडिया इंदौर मैराथन 2024″ नाम दिया गया है और इसकी थीम फॉलो ट्रैफिक रूल्स एंड सेव योरसेल्फ रखी गई है और इंदौर ट्रैफिक पुलिस इसका पार्टनर है। मैराथन में शामिल होने के लिए www.indoremarathon.in पर सिंगल और ग्रुप रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं।
जागरूकता और सतर्कता ही मैराथन का उद्देश्य
एकेडमी ऑफ इंदौर मैराथनर्स के संरक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने ‘कोल इंडिया इंदौर मैराथन 2024″ की घोषणा करते हुए कहा कि किसी भी देश के नागरिक तभी स्वस्थ और सुरक्षित रह सकते हैं जब वे जागरुक और सतर्क हो। देश भर के लोगों में जागरुकता और सतर्कता लाने के लिए एआईएम द्वारा हर वर्ष अलग-अलग थीम पर मैराथन का आयोजन किया जाता है। इसमें हजारों लोग इंदौर की सड़क पर आकर रनिंग करते हैं जबकि बड़ी संख्या में लोग वर्चुअली ही शामिल होते हैं। रजिस्ट्रेशन शुरू करते ही हजारों लोग रजिस्ट्रेशन करवा लेते हैं। इस आयोजन में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल होना चाहिए। ताकि वे न सिर्फ खुद को स्वस्थ रखने की कोशिश कर सके, बल्कि दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित कर सके।
एआईएम के अध्यक्ष डॉ. अरुण अग्रवाल ने बताया कि हजारों लोगों द्वारा सिंगल रजिस्ट्रेशन करवाया जाता है जबकि कई रनर्स बड़ी संख्या में ग्रुप रजिस्ट्रेशन करवाते हैं। अगर आप स्कूल, कॉलेज के दोस्तों या कॉलोनी के साथियों या फिर ग्रुप अथवा मेंबर्स और महिला मंडल के सदस्यों के साथ इस रनिंग इंवेंट में शामिल होना चाहते हैं तो ग्रुप रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं। ग्रुप रजिस्ट्रेशन में रजिस्ट्रेशन फीस भी कम होती है और दूसरे फायदे भी मिलते हैं। ग्रुप में शामिल होने वाले साथी अपने दोस्तों, परिचितों के साथ इस मैराथन का आनंद ले सकते हैं। लम्बी दूरी तय करने वाले रनर्स की रुचि को ध्यान में रखते हुए एकेडमी द्वारा 42 किमी. की फुल मैराथन रखी जाती रही है लेकिन इसमें करीब सात घंटे का समय लगता है। सुबह पांच बजे शुरू करने के बाद भी यह दोपहर 12-1 बजे तक चलती है। जिससे कई मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्ट करना पड़ता है जिससे ट्रैफिक पुलिस और वाहन चालकों को असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसा न हो इसलिए 42 किमी. की मैराथन नहीं रखते हुए 3 किमी., 5 किमी., 10 किमी. और 21 किमी. की मैराथन रखी गई है।
दिखेगी कार्निवाल और फेस्टिवल की झलक
एआईएम सचिव विजय सोहनी ने बताया कि इस बार की मैराथन में कार्निवाल और फेस्टिवल की झलक दिखाई देगी। सबसे खास बात यह है कि मैराथन मार्ग पर कई जगह सजावट कर स्टेज बनाए जाएंगे जहां प्रतिभागियों का प्रोत्साहित किया जाएगा। विभिन्न स्थानों पर गुब्बारे लगाकर उत्साह बढ़ाया जाएगा। यही नहीं झांकियां भी शामिल की जाएगी। इन झांकियों और मंचों के माध्यम से रनिंग, वॉकिंग, जॉगिंग के प्रति जागरुकता लाने की बात की जाएगी। साथ ही ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। मैराथन के पहले होने वाले सेशन में सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारणों के साथ ही उनसे बचने की सावधानियों के बारे में भी बताया जाएगा। बाद में वर्ष भर इस तरह का जागरुकता अभियान भी चलाया जाएगा।
अलग-अलग स्थानों से शुरू होगी अलग-अलग मैराथन
रेस डायरेक्टर राजीव लथ ने बताया कि 21 किमी. की हाफ मैराथन सुबह 5.30 बजे नेहरू स्टेडियम से शुरू होगी और यहीं पर लौटकर खत्म होगी। 10 किमी. वाली मैराथन सुबह 6.30 बजे नेहरू स्टेडियम से ही शुरू की जाएगी। 5 किमी. की मैराथन ‘हैरिटेज वॉक” सुबह 8:30 बजे राजवाड़ा से शुरू होगी और नेहरू स्टेडियम पर खत्म होगी। जबकि 3 किमी. की फैमिली रन सुबह 8 बजे यशवंत क्लब से शुरू कर नेहरू स्टेडियम पर खत्म की जाएगी।
विश्व में कहीं से भी शामिल हो सकते हैं मैराथन में
उपाध्यक्ष विशाल मुद्गल ने बताया कि इस वर्ष वर्चुअल मैराथन भी होगी। जो इच्छुक उम्मीदवार इंदौर आकर प्रत्यक्ष रूप से इसमें शामिल नहीं हो सकते, वे अपने शहर, घर, गार्डन आदि में दौड़ लगाकर इसमें भाग ले सकते हैं। इसके लिए उन्हें तय की गई प्रक्रिया पूरी करना होगी। प्रत्यक्ष और वर्चुअली इसमें शामिल होने वाले प्रतिभागियों को एआईएम की कैप, टीशर्ट, बिब और सर्टिफिकेट दिया जाएगा। सभी श्रेणियों में निर्धारित समय अवधि में लक्ष्य पूरा करने वाले विजेताओं को कैश प्राइज और मैडल प्रदान किया जाएगा।
प्रतिभागियों में गजब का उत्साह
इस मैराथन के प्रति लोगों में गजब का उत्साह होता है। इसमें विशेष श्रेणी के धावक (रनर्स) भी शामिल होते हैं, जो स्वयं दौड़ नहीं सकते। शारीरिक और अन्य प्रकार की अक्षमताओं के बावजूद बड़ी संख्या में रनर्स इसमें शामिल होते हैं ताकि दूसरे रनर्स का उत्साहवर्धन किया जा सके और समाज में जागरुकता का संदेश दिया जा सके। पुलिस, प्रशासन, सरकारी विभागों, अधिकारियों, कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों और व्यावसायिक संस्थानों का भी इस मैराथन में भरपूर सहयोग होता है जिससे लगातार 9 वर्षों से यह आयोजन सफल होता आया है और इस बार 10वीं मैराथन रखी जा रही है। इसमें शामिल होने के लिए www.indoremarathon.in पर ग्रुप रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है।