ग्वालियर । सिंधिया राजवंश की बरसों पुरानी परंपरा का निर्वहन करने परिवार के मुखिया आज के दिन यानि दशहरे पर ग्वालियर में होते है। सिंधिया परिवार के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस परंपरा का निर्वहन करते हुए आज राजसी पोशाक में अपने कुल देवी देवताओं की पूजा अर्चना की। सिंधिया के साथ उनके बेटे महाआर्यमन सिंधिया भी थे।
ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी कुलदेवी के दर्शन के लिये मांढरे वाली माता मंदिर पहुंचे। मांढरे वाली माता को सिंधिया राजवंश के तत्कालीन प्रमुख ने महाराष्ट्र से यहाँ लाकर स्थापित किया था। खास बात ये है कि महिलाएं इस देवी के दर्शन जयविलास पैलेस से ही करती हैं। परंपरा के अनुसार सिंधिया अपने बेटे महाआर्यमान सिंधिया के साथ राजसी पोशाक में कुलदेवी की पूजा करने पहुंचे । वे गोरखी स्थित देवघर में बिराजे कुलदेवता के दर्शन और पूजा करने भी पहुंचे।
गौरतलब है कि सिंधिया विजयदशमी पर शाम पांच बजे परिवार की परंपरा का निर्वहन करते हुए मांढरे की माता के नीचे वाले मैदान पर शमी वृक्ष के पौधे की पूजा करेंगे उसके बाद वे शहरवासियों को दशहरे की शुभकामनायें देंगे।