कटनी:मध्यप्रदेश के कटनी जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु परिचर्या परिसर में करीब सवा दस बजे आग लग गई। देखते ही देखते वार्ड में धुआं भर गया। पूरे प्रसूता वार्ड में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। नर्स और वार्ड में लगे सिक्योरिटी गार्ड ने स्वास्थ्य अधिकारी समेत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। जानकारी पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल कर्मियों के अनुसार शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी है।
एक और लापरवाही
आग और धुएं के तांडव से घबराए मरीजों को स्वास्थ्य कर्मियों ने अन्य वार्डों के शिफ्ट करने की बजाय अस्पताल परिसर में बने टीन के शेड के नीचे खुला छोड़ दिया। घबराहट के दौरान पांच प्रसूताओं को लेबर पेन शुरू हो गया। प्रसूता महिलाओं के परिजनों के हंगामा किया तो तब कहीं डॉक्टरों की टीम ने तत्काल पांच महिलाओं को प्रसव के लिए हॉस्पिटल के एक वार्ड में शिफ्ट कराया। फिलहाल चंद मिनटों की आग ने पूरे जिला अस्पताल की व्यवस्था की पोल खोल दी गनीमत रही फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया नहीं तो इसका भयावह रूप शायद कटनी जिला भूल भी पाता।
विधायक भी पहुंचे घटनास्थल
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे विधायक संदीप जायसवाल और कलेक्टर अवि प्रसाद ने बताया की घटना में किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। घटना दौरान 100 के करीब महिला और बच्चे भर्ती थे, उन्हें सुरक्षित शिफ्ट किया गया है। फायर सेफ्टी की जांच के लिए इंदौर से टीम बुलाई जा रही है, जिसके बाद विस्तृत कारणों का पता चल सकेगा।
एसी के स्विच बोर्ड में हुआ शॉर्ट सर्किट
बता दें घटना करीब सवा दस बजे की है। प्रसूता कक्ष में लगे एसी के स्विच बोर्ड में तेज शॉर्ट सर्किट हुआ और आग कमरे में फैल गई। बेड और पर्दों के जलने के कारण पूरे कमरे धुआं भर गया। वार्ड में भर्ती मरीज घबराकर कमरा खाली करने लगे। पूरे मामले पर सीएमएचओ प्रदीप मुढिया ने बताया कि वार्ड में लगभग 88 से 94 बच्चे और प्रसूता महिला वार्ड भर्ती थे। लोगों में दहशत थी इसलिए बाहर बने शेड में व्यवस्था बनाई गई थी। इस दौरान पांच महिलाओं को लेबर पेन हुआ। उन्हे प्रसव के लिए वापस वार्ड में ले जाया गया है। अभी हालत अंडर कंट्रोल है।