एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इन सभी कर्मचारियों ने सामूहिक तौर पर बीमारी का हवाला देकर छुट्टी ली थी। अब एयर इंडिया ने एक्शन लेते हुए सभी कर्मचारियों को टर्मिनेशन लेटर थमा दिया है।टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाले एयर इंडिया एक्सप्रेस के 100 से ज्यादा केबिन को मेंबर्स ने सोमवार को अचानक सिक लीव लेकर छुट्टी ली थी। कर्मचारियों के इस बर्ताव के कारण मंगलवार को एयर इंडिया की 90 से अधिक फ्लाइट को रद्द करना पड़ा था। फ्लाइट्स अचानक रद्द होने के कारण हजारों यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ी थी।
जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया के सीनियर ग्रुप मेंबर्स के एक ग्रुप ने एयर इंडिया एक्सप्रेस की हुमन रिसोर्स पॉलिसी में बदलाव का विरोध करते हुए अचानक मांस लीफ ले ली थी। एयर इंडिया एक्सप्रेस और एक्स कनेक्ट का आने वाले दिनों में विलय जाता है जिसको ध्यान में रखते हुए एयरलाइंस ने केबिन क्रु की रिक्रूटमेंट भी शुरू कर दी है। कंपनी के इस बर्ताव से कर्मचारी नाखुश थे जिसका विरोध जताने के लिए उन्होंने मांस लीव ली थी।
वहीं अब कंपनी ने सभी छुट्टी पर जाने वाले केबिन कर व सदस्यों को टर्मिनेट कर दिया है, जिसकी जानकारी उन्हें ईमेल के जरिए दी गई है। इस ईमेल में कहा गया है कि क्रू मेंबर्स बिना किसी कारण जानबूझकर गैस हाजिर थे। ऐसे में अनुपस्थित होने की कोई साफ वजह नहीं है। एक साथ बड़े स्तर पर कर्मचारियों का छुट्टी लेना नियमों का उल्लंघन है।
एयरलाइंस ने आगे कहा कि तू मेंबर्स का रोस्टर मंगलवार को तय कर दिया गया था जिसके बाद कर्मचारियों ने बताया कि वह बीमार है और उस सिक लीव ले ली। ऐसे में बड़ी संख्या में केबिन क्रू मेंबर्स का एक साथ बीमार होना दिखाता है कि यह गैर हाजिर होने की एक पूरी योजना कर्मचारियों द्वारा तैयार की गई थी।
कंपनी के मुताबिक केबिन क्रू के अचानक छुट्टी पर जाने की वजह से कई फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ा और इससे शेड्यूल भी खराब हुआ। सिर्फ यही नहीं हजारों यात्रियों को इन फ्लाइट्स कैंसिल होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। कंपनी ने कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि सभी कर्मचारी अपने इस क्रिया के जरिए फ्लाइट ऑपरेशन और सर्विस को बाधित करने की योजना तैयार कर रहे थे इसलिए उन पर एक्शन लिया गया है।
एयर इंडिया एक्सप्रेस मामले में डीजीसीए से जानकारी मांगेगा श्रम विभाग
क्षेत्रीय श्रम आयुक्त एयर इंडिया एक्सप्रेस प्रबंधन और चालक दल के सदस्यों के एक वर्ग के बीच विवाद के संबंध में चल रही सुलह प्रक्रिया को लेकर विमानन नियामक डीजीसीए से जानकारी मांगेंगे। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस घाटे में चल रही एआईएक्स कनेक्ट का अपने साथ विलय करने की प्रक्रिया में है।
एआईएक्स कनेक्ट को पहले एयर एशिया इंडिया कहा जाता था। इस बीच, एयरलाइन में कथित कुप्रबंधन के विरोध में चालक दल के सदस्यों के एक वर्ग के बीमार होने की सूचना के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस ने मंगलवार रात से 90 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी हैं। एयरलाइन ने कहा है कि वह समस्याओं के समाधान के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। एयर इंडिया एक्सप्रेस चालक दल के एक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले श्रमिक संगठन ने पिछले साल श्रम विभाग के समक्ष शिकायत दर्ज की थी। यूनियन ने एयरलाइन में विभिन्न चिंताओं को उठाया था।
मामला अब औद्योगिक विवाद अधिनियम, 1947 के अनुसार सुलह प्रक्रिया के तहत है। सूत्र ने बुधवार को पीटीआई-से कहा कि चल रही सुलह प्रक्रिया में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को भी विभिन्न नियमों के संबंध में जानकारी मांगने के लिए एक पक्ष बनाया गया है। उन्होंने कहा कि कि सुलह प्रक्रिया में डीजीसीए को पक्ष बनाने की सूचना क्षेत्रीय श्रम आयुक्त ने पिछले सप्ताह भेजी थी।