इंदौर को ‘उड़ता पंजाब’ बनाना चाहते थे नशे के सौदागर:जिन इलाकों में ज्यादा स्टूडेंट, वहीं सबसे ज्यादा सप्लाई; पुलिस कंट्रोल रूम से 200 मीटर दूर बना रखा था कारखाना

इंदौर मध्यप्रदेश

इंदौर में पकड़ाए नशे के सौदागरों के खतरनाक मंसूबे सामने आए है। पुलिस ने करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थ के साथ पांच आरोपियों को रविवार को ही पकड़ा था। इनमें मुख्य आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि वे शहर को ‘उड़ता पंजाब’ बनाना चाहते थे। पुलिस कंट्रोल रूम से 200 मीटर दूर ही उन्होंने कारखाना बना रखा था। आरोपी पैडलर्स के जरिए शहर में ड्रग्स सप्लाई करते थे। इंदौर के स्टूडेंट वाले इलाके गीताभवन, राजेंद्र नगर, राऊ, विजयनगर, खजराना समेत पॉश इलाकों के युवा इनके टारगेट पर थे।

चंदन नगर पुलिस ने बताया कि पकड़ाए आरोपियों में दो पैडलर थे जो पंजाब से माल खरीदकर शहर में सप्लाई करते थे। पंजाब से इसकी सप्लाई गोवा और मुंबई में भी होती है। इस नशे को अलग-अलग नामों से जाना जाता है। TI दिलीप पुरी की टीम ने 150 किलो से अधिक नशे के पाउडर के साथ आरिफ पुत्र मोहम्मद हुसैन, कार्तिक पुत्र पुष्पराज बघेल, अजय पुत्र सूरज सिंह जादौन, कोमल पुत्र भरोसे सिंह सहरिया को पकड़ा था। 

“शहर में इस तरह का नशा पहली बार लाया गया था। हम खुद इसे लेकर आए थे। पंजाब में इसे उड़ता पक्षी भी कहा जाता है। हमें पता था कि इंदौर में नशे की खपत बाकी शहरों के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इसके लिए हमने इस नशे के कारोबार को फैलाने वाले लोगों की तलाश की। हमने इसके लिए सबसे पहले शहर के स्टूडेंट वाले इलाकों को चिन्हित किया। राजेंद्र नगर, राऊ, गीता भवन क्षेत्र, पलासिया, विजय नगर, के साथ ही खजराना, आजाद नगर, बंबई बाजार, सुखलिया, आईपीएस कॉलेज के पास राजेन्द्र नगर और पीथमपुर के कुछ पैडलर्स को देते थे। यहां के पैडलर्स हमसे बड़े पैमाने पर माल खरीद लेते थे। जिसे बाद में वे अपने गुर्गों से बिकवाते थे। हमने रीगल स्थित कंट्रोल रूम से दौ सौ मीटर की दूरी पर छोटी ग्वालटोली, तुकोगंज और संयोगितागंज थाने की सीमा से लगे इलाके में ही चेतक सेंटर में कारखाना बना रखा था। यहां पर बस और रेलवे स्टेशन के साथ दवा बाजार नजदीक था। जहां से केमिकल के साथ अन्य माल उन तक पहुंचने में आसानी होती थी। हम माल की डिलीवरी अलग-अलग जगह करवाते थे और इसे दवाई बताते थे। ताकि किसी तरह की शंका उन पर ना हो। इसलिए क्राइम ब्रांच के साथ इंटेलिजेंस की टीमों को भी इसकी भनक तक नहीं लगी।

पंजाब, गोवा और मुंबई में ज्यादा डिमांड
इस तरह के नशे को आसानी से लिया जा सकता है। इसकी मांग पंजाब, गोवा और मुंबई जैसे शहरों में ज्यादा है। यह रेव पार्टियों में भी इस्तेमाल होता है और दूसरे नशे की तुलना में सस्ता भी होता है। कुछ समय पहले मुंबई पुलिस ने इस तरह की खेप पकड़ी थी। जिसे लेने वाले अधिकतर स्टूडेंट और कम उम्र के नाबालिग लड़के थे।

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