भोपाल ।
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमल नाथ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने उनके दिल्ली स्थित आवास 10 जनपथ पहुंचे। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी इस दौरान वहां मौजूद रहीं। माना जा रहा है कि कांग्रेस में कमल नाथ को कोई बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। कमल नाथ गांधी परिवार के काफी करीबी हैं और पहले भी पार्टी में काफी बड़े पदों पर रहे हैं। हाल में वे मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी। अहमद पटेल के निधन के बाद कमल नाथ पार्टी के कई महत्वपूर्ण फैसले लेने में शामिल रहे। पिछले कुछ दिनों से लगातार वे दिल्ली में ही थे।
ऐसा रहा है कमल नाथ का राजनीतिक सफर
संजय गांधी और कमल नाथ गहरे दोस्त थे। कमल नाथ की स्कूल शिक्षा दून स्कूल में हुई, जहां संजय गांधी उनके सहपाठी थे। गांधी परिवार से नजदीकी के कारण उन्हें इंदिरा गांधी का तीसरा पुत्र कहा जाता था। संजय गांधी ही उन्हें राजनीति में लेकर आए। इसके बाद सबसे पहले उन्होंने 1980 में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। तब से 2014 तक वे लगातार 9 बार इसी सीट से सांसद रहे। 1991 में उन्हें पहली बार केंद्रीय मंत्री बनाया गया। इसके बाद मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी मिलने के बाद वे 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद उन्हें मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया गया। इसके साथ उनके पास मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की भी जिम्मेदारी है।