महाकाल लोक के दूसरे चरण में महाकाल मंदिर परिसर का भी विस्तार किया जा रहा है। अभी परिसर 25 हजार वर्गफीट में फैला है। जिसे बढ़ाकर 80 हजार वर्गफीट किया जा रहा है। परिसर में भक्तों के लिए नया वैटिंग हाॅल और गलियारा भी बनाया जाएगा। इस काम में 20 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
महाकाल लोक के पहले चरण में साढ़े तीन सौ करोड़ रुपये सरकार ने खर्च किए है। इसके बाद उज्जैन में भीड़ ज्यादा बढ़ने लगी है। पहले रोज औसतन 30 हजार भक्त दर्शन के लिए आते थे। अब 70 हजार से ज्यादा भक्त महाकाल मंदिर आ रहे हैै। भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर का विस्तार किया जा रहा है।
210 मीटर लंबा पैैदल पुल भी तैयार
रुद्रसागर से चारधाम मंदिर चारधाम मंदिर तक पैैदल पुल बनाने का काम भी शुरू हो चुका है। फिलहाल बेस तैयार किया जा रहा है। पुल की लंबाई 210 मीटर है। इस ब्रिज के बनने के बाद भक्त महाकाल लोक के दूसरी तरफ से भारत माता मंदिर तक जा सकेंगे।
यह काम हो रहे है दूसरे चरण में
महाकाल लोक के दूसरे चरण का काम भी जारी है। पुल की तरफ से आने वाले मार्ग को चौड़ा किया जा चुका है। यहां भित्ती चित्र बनाए जा रहे है। इसके अलावा छोटे रुद्र सागर का विकास, त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मंदिर तक मार्ग का चौड़ीकरण किया जा रहा है। महाकाल मैदान में भूमिगत पार्किंग बन रही है। अभी मंदिर की तरफ आने वाले वाहनों को पार्क करने के लिए जगह कम पड़ती है। रामघाट के पुराने मंदिर और दीवारों का भी जीर्णोंद्धार किया जा रहा है। दूसरे चरण का काम पूरा होने के बाद महाकालेश्वर मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर, विक्रम टीला, राम घाट एक परिसर नजर जाएगा।
मंदिर परिसर का विकास
मंदिर समिति प्रशासन संदीप सोनी ने बताया कि मंदिर परिसर का विस्तार किया जा रहा है। परिसर अब 80 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल में होगा। परिसर में 20 करोड़ रुपये के विकास कार्य हो रहे है। इसके अलावा महाकाल लोक के दूसरे चरण का काम भी जारी है। सभी कामों को समयसीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया हैै।