स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने टी.टी. नगर स्टेडियम में 65वीं राज्य-स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन के लिये खेल बहुत जरूरी हैं। खेल ही अनुशासन, सद्भाव और आपसी सहयोग सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के खेल गतिविधियों में भी भाग लेना चाहिए। डॉ. चौधरी ने कहा कि हार-जीत को भूलकर खेल भावना से प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिये।
डॉ. चौधरी ने बच्चों के साथ अपने खेल जीवन की यादें साझा करते हुए कहा कि वे छात्र जीवन में एथलेटिक्स एवं वालीबॉल के खिलाड़ी थे। प्रतिदिन सुबह 4 बजे खेल की प्रेक्टिस करते थे। उन्होंने कहा कि उनके अनुशासित जीवन एवं प्रगति का श्रेय खेलों को ही जाता है।
मंत्री डॉ. चौधरी ने ध्वजारोहण कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया और खिलाड़ियों को शपथ दिलायी गयी। 65वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता 2 अक्टूबर तक चलेगी। इसमें 1400 खिलाडी़ भाग लेंगे। विजेता खिलाड़ी राष्ट्रीय शालेय खेल प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
संचालक खेल एवं युवा कल्याण डॉ. एस.एल. थाउसेन ने कहा कि स्कूली बच्चों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिये सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेलों में भाग लेने के लिए प्रशिक्षण दिया जायेगा। अन्य जिलों में भी प्रशिक्षण आयोजित किये जाएंगे।
टीआई ने की छेड़छाड़! दांतो से काटकर महिला ने खुद को बचाया, शिकायत मिलते ही SP ने लिया ये एक्शन
मध्य प्रदेश के खंडवा में थाना प्रभारी ही रक्षक की जगह भक्षक बनने लग गया. पति से हुए विवाद का फायदा उठाते हुए थाना प्रभारी ने फरियादी महिला के साथ…