ग्वालियर। RTI एक्टिविस्ट और मध्य प्रदेश में व्यापमं घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले आरटीआई एक्टिविस्ट आशीष चतुर्वेदी को कुछ बदमाशों ने किडनेप करने की कोशिश की. खास बात यह है कि अगवा किए जाने की इस घटना के दौरान आशीष के साथ सरकार द्वारा दिया गया सुरक्षाकर्मी भी मौजूद था, लेकिन वह कुछ कर नहीं सका. दो कार में सवार होकर आए बदमाशों का आशीष ने विरोध किया जिसके बाद आरोपी उसे छोड़कर वहां से भाग गए. पुलिस ने मौके से एक कार बरामद की है.
मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के पास रुके थे आशीष
घटना के दूसरे दिन पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंचे आशीष चतुर्वेदी ने बताया कि मंगलवार रात वे सिटी सेंटर इलाके से लौट रहे थे तभी उनके किसी दोस्त का फोन आया. वे फोन पर बात करने के लिए मेडिकल कॉलेज के रविशंकर हॉस्टल के पास रुके थे. इसी दौरान दो कार वहां आईं जिनमें एक बोलेरो का ड्राइवर उसकी तरफ तेजी से उन्हें पकड़ने के लिए आया जिससे आशीष जैसे तैसे बचे. तभी दूसरी कार में बैठे करीब 4 लोग आ गए धक्का-मुक्की करने लगे. आशीष ने बताया कि इन लोगों में उनका फोन छीन भी लिया और जबरन कार में बैठाने की कोशिश करने लगे. विरोध करने पर बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए एक कार छोड़कर वहां से भाग गए.इसके बाद दूसरे दिन बुधवार रात आशीष ने झांसी रोड थाने में शिकायत दर्ज कराई.
कार मिली, बदमाशों की तलाश जारी
पुलिस का कहना है इस मामले में आशीष के गार्ड ने शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस का कहना है कि आरोपी दीपू गुर्जर, कालू गुर्जर, रोहित गुर्जर, अभिषेक गुर्जर जो गांव भास बडेरा के रहने वाले बताए जा रहे हैं. पुलिस ने सभी आरोपियों सभी के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है.