उज्जैन। अफ्रीकी देशों में कोरोना के नए वेरिएंट आने के बाद दुनिया भर में दहशत का माहौल है. अब उज्जैन में भी कोरोना के नए वेरिएंट का खौफ दिखाई दे रहा है. इसको लेकर उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी सत्येंद्र शुक्ला ने बुधवार को कोविड-19 माधव नगर का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और कोरोना को लेकर ऑक्सीजन प्लांट और अस्पतालों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश भी दिए.
अस्पताल में जायजा लेने पहुंचे मंत्री
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव और अधिकारियों ने माधव नगर अस्पताल के अंदर जाकर निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने बताया कि आने वाली लहर और कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर सुरक्षा इंतजाम आज तय किए गए हैं. शहर में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य की जा रही है. महाकाल मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं को भी मास्क अनिवार्य किया गया है, जो लोग वैक्सीनेशन से दूर हैं. उन्हें वैक्सीनेट कराने के लिए प्रेरित किया जा रहा है.
शहर में ऑक्सीजन के पांच प्लांट शुरू
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि शहर में कोरोना फिर से कोहराम नहीं मचाए इसके लिए सारे प्रबंधन किए जा रहे हैं. खासकर महाकाल मंदिर में भीड़ भरा माहौल होता है. यहां देश-विदेश से श्रद्धालु मंदिर पहुंचते हैं. यही कोरोना के फैलाव की वजह न बने इसके लिए मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क अनिवार्य कर दिया गया है. वहीं शहर में ऑक्सीजन के पांच प्लांट शुरू कर दिए गए हैं.
नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (corona variant omicron) को लेकर ऐसी होंगी तैयारियां
- जिले में वैक्सीन के सेकेंड डोज अभी तक 76.91 प्रतिशत लोगों ने लगवायी है. शेष लोगों को तत्काल सेकेंड डोज लगेगा, जो लोग जान बूझकर सेकेंड डोज नहीं लगवा रहे हैं. उन्हें पुलिस के माध्यम से टीकाकरण केन्द्रों तक बुलवाया जाएगा.
- क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने महाकालेश्वर मंदिर एवं उज्जैन शहर में आयोजित होने वाले कार्तिक एवं हस्तशिल्प मेले में प्रवेश के पूर्व वैक्सीन के दोनों डोज लगवा कर आने की अनिवार्यता करने का निर्णय लिया है. मंदिर एवं मेलों के स्थान पर वैक्सीनेशन की टीम तैनात की जाएगी. ऐसे में उन्हीं लोगों को प्रवेश दिया जाएगा, जिन लोगों ने दोनों डोज लगवा ली हैं.
- जिले में कोरोना की जांच आरटीपीसीआर के माध्यम से करने के निर्देश दिये गये हैं.
- जिला स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी ने कहा कि वर्तमान में लोग मास्क कम लगा रहे हैं. मास्क लगाने के लिये पुन: लोगों को प्रेरित किया जाये एवं इस पर आवश्यकता होने पर सख्ती की जाये.