इंदौर ।
बाणगंगा थाना पुलिस ने भारत निर्वाचन आयोग,कलेक्टर कार्यालय,नगर निगम के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। आरोपित ऑन लाइन की आड़ में फर्जी दस्तावेज बना रहे थे। आरोपित अजय हीरे और प्रदीप को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के तार पश्चिम बंगाल के गिरोह से जुड़े हुए है। पुलिस ने भारी मात्रा में वोटर आइडी,आधार कार्ड,मार्क शीट और आयुष्मान योजना के दस्तावेज बरामद किए है।
एएसपी(पूर्वी) शशिकांत कनकने के मुताबिक मनियाखेड़ी टिमरनी जिला हरदा निवासी राम पुत्र नन्नोलाल सांखला की शिकायत पर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। राम के मुताबिक खबर मिली थी कि शांतिनगर स्थित प्रियांसी ऑन लाइन का संचालक प्रदीप सौ-डेढ़ सौ रुपये लेकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर देता है। गुरुवार शाम राम ने स्टिंग ऑपरेशन किया और पायल पति सुनील सिसोदिया का मतदाता पत्र दिया और कहा कि इस पर दूसरी महिला का फोटो प्रिंट करना है।
आरोपित ने डेढ़ सौ रुपये लेकर पायल के स्थान पर दूसरी महिला का फोटो लगा मतदाता पत्र बना दिया। राम थाने पहुंचा और फर्जीवाड़ा की पोल खोल दी। देर रात टीआइ राजेंद्र सोनी और सीएसपी निहित उपाध्याय ने छापा मार आरोपित अजय उर्फ छोटू पुत्र रामदास हीरे निवासी कानपुरा छिपवाड़ा जिला हरदा और प्रदीप पुत्र लक्ष्मण निवासी गोगिया जिला हरदा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कम्प्यूटर,प्रिंटर,ग्लोसी पेपर,स्कैनर और मोबाइल जब्त किए है।
थाने में बना टीआइ का फर्जी आधार,फोटो की जगह लगाया फूल
टीआइ राजेंद्र सोनी ने मुख्य आरोपित प्रदीप से पूछताछ कि तो बताया वह कलेक्टर कार्यालय से जारी होने वाले जाती प्रमाण पत्र,मूल निवासी प्रमाण पत्र,आय प्रमाण पत्र,आयुष्मान कार्डवोटर आइडी,आधार कार्ड व मार्कशीट बनाता था। कुछ दस्तावेजों के चार हजार रुपये तक लेता था। कुछ महीने पूर्व उसने गूगल के माध्यम से पश्चिम बंगाल के एक युवक से बात हुई थी। उसने चार हजार रुपये में पोर्टल प्रिंट डॉट एक्सवायजेड की लोगइन आइडी ले ली थी। टीआइ ने थाने में उससे कार्ड बनाने का बोला तो पांच मिनट में राजेंद्र सोनी का नकली आइडी बना दिया।