बिजली कटौती को लेकर राज्य सरकार की नाराजगी के बाद प्रदेशभर में लापरवाह अफसरों पर कार्रवाई की जा रही है। ग्वालियर रीजन में ही पिछले 7 दिन में बिजली कंपनी के 327 अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है। इनमें से 240 पर सोमवार को ही कार्रवाई हुई है। खास बात यह है कि इनमें से 15 को निलंबित और 34 आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्त किया गया है। शेष को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
गौरतलब है कि राज्य सरकार द्वारा कहा जा रहा है कि बिजली कंपनी में बैठे भाजपा और संघ की मानसिकता से जुड़े अफसर और कर्मचारी ही बिजली कटौती कर सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। खुद ऊर्जा मंत्री प्रियवृत सिंह ने ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों को चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं। ग्वालियर रीजन में जिन अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई हुई है, क्या वे भाजपा और संघ की विचारधारा से जुड़े थे।
अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई : सोमवार को सुबह से ही संघ और भाजपा से करीबी रखने वाले बिजली कंपनियों के अधिकारी-कर्मचारियों की एक सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस सूची में ग्वालियर के भी दो जीएम के नाम शामिल हैं। और इन्हें भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का करीबी बताया जा रहा है। लेकिन जब दैनिक भास्कर ने उक्त दोनों जीएम से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की तो वे उपलब्ध नहीं हो सके।
कार्रवाई के कारण
सब स्टेशन पर तैनात ऑपरेटरों की जिम्मेदारी है कि वे निर्धारित अवधि में बिजली सप्लाई चालू करें। समय पर परमिट दें। लेकिन कई ऑपरेटर सब स्टेशन से गायब मिले। तो किसी ने ट्रिपिंग के बाद बिजली सप्लाई चालू में विलंब किया। फीडर बार-बार ट्रिप होने पर इसकी जिम्मेदारी जेई और एई की थी कि उन्होंने कारणों का पता क्यों नहीं लगाया। अगर कारण पता चल गया था तो उन्हें समय रहते दूर करने की कोशिश क्यों नहीं की।
77 अधिकारियों को स्पष्टीकरण देने के नोटिस दिए हैं। इनमें टेक्निकल असिस्टेंट, जूनियर इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर शामिल हैं।
94 अधिकारी-कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी हुए हैं।
15 अधिकारी जिनमें 5 जूनियर इंजीनियर अाैर शेष लाइन इंस्पेक्टर, सब स्टेशन ऑपरेटर शामिल हैं, उन्हें निलंबित किया गया है।
103 जेई, एई और डीई का वेतन काटा गया है।
34 आउटसोर्स कर्मचारी बर्खास्त किए गए हैं।
4 आउटसोर्स कर्मचारियों को बर्खास्तगी के नोटिस थमा दिए हैं।
लाइन स्टाफ ट्रिपिंग पता लगने के बाद कितनी देर में पहुंचा।