संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने आज कमिश्नर कार्यालय में आयोजित विशेष बैठक में माफियाओं के विरूद्ध चल रही कार्रवाई की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने दो विभागों को छोड़कर अब तक हुई कार्रवाई को सही दिशा में बताया और इसी लाइन पर आगे बढ़ने के निर्देश दिये। आबकारी और खनिज विभाग में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने जमकर नाराजगी जतायी। खनिज अधिकारी से उन्होंने दो दिवस में निर्देशों का पालन करने के लिये कहा या निलंबन के लिये तैयार रहने की चेतावनी दी। बैठक में एडीजी मिलिंद कानस्कर, कलेक्टर लोकेश जाटव, एसएसपी रूचिवर्धन मिश्र, आयुक्त नगर निगम आशीष सिंह सहित सहकारिता, खनिज, आबकारी, परिवहन और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। संभागायुक्त ने कहा कि माफियाओं के विरूद्ध संगठित प्रशासकीय कार्रवाई के स्पष्ट निर्देश हैं। जिन्होंने कानून और नियम कायदों का मखौल उड़ाया है, उनके खिलाफ ऑल आउट एक्शन करना लाजमी है। ऐसे तत्वों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। बैठक में सहकारिता विभाग की ओर से बताया गया कि अभी तक चार सहकारी संस्थाओं के विरूद्ध एफआईआर दर्ज करा दी गई है। अन्य 16 की छानबीन तेजी से की जा रही है। संभागायुक्त ने कहा कि जिन माफियाओं ने आम आदमियों के प्लाट हड़पे हैं। उन्हें न केवल प्लाट वापस दिलाये जायें, अपितु उनका कब्जा भी सुनिश्चित कर मकान बनाने तक की प्रक्रिया सुनिश्चित करायी जाये। उन्होंने कहा कि नगर निगम, टीएनसीपी, आईडीए और सहकारिता विभाग मिलकर मकान बनाये जाने तक की पूरी प्रक्रिया की मॉनीटरिंग करें और वास्तविक कब्जाधारी व्यक्तियों की पूरी मदद करें। बैठक में एडीजी मिलिंद कानस्कर ने कहा कि ऐसे व्यक्तियों और संस्थाओं की जानकारी हमें दें, जिन्होंने बगीचे और अन्य तरह की शासकीय जमीनों पर कब्जा किया है। इन पर नगर निगम के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई की जायेगी।