मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की खण्डपीठ इंदौर में आज सविधान दिवस और विधि दिवस मनाया गया। इस अवसर पर अधिकारीयों कर्मचारी और वकीलों ने राष्ट्रगान और संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। भारतीय संविधान की प्रस्तावना इस प्रकार है –
हम, भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्वसंपन्न, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, श्रध्दा और उपासना की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिचित करने वाली बंधुता बढाने के लिए दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 को एतद्द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते है।
इस अवसर रजिस्ट्रार श्री वीरेन्द्र सिंह, रजिस्ट्रार श्री राजेश शर्मा, रजिस्ट्रार श्री जितेन्द्र भदकारे, एडीशनल रजिस्ट्रार श्री आनंद मण्डलोई एवं वकील तथा स्टाफ के लोग उपस्थित थे।