चुनावी रैलियों में हेट स्पीच देने के मामले में पीएम मोदी-राहुल गांधी EC को आज अपना जवाब देंगे। दोनों नेताओं के नफरती भाषण के मामले में आज बीजेपी और कांग्रेस चुनाव आयोग जवाब दाखिल करेगी। चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब आज बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे देंगे। पिछले दो दशक में ये पहली बार है जब पीएम के बयान पर नोटिस जारी किया गया है। दरअसल कांग्रेस और बीजेपी की ओर से की गई शिकायतों के बाद चुनाव आयोग ने एक्शन लेते हुए 25 अप्रैल को दोनों पार्टियों को नोटिस जारी किया था। वहीं ये पहली बार है, जब चुनाव आयोग ने भाषण देने वाले को नहीं, बल्कि पार्टी अध्यक्ष को नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने जनप्रतिनिधि कानून 1951 के सेक्शन 77 के तहत नोटिस जारी किया है। चुनाव आयोग ने माना है पीएम मोदी और राहुल गांधी ने जो भाषण दिया वो नफरत फैलाने वाला और समाज में दूरी पैदा करने वाला है।
पीएम मोदी ने क्या कहा था
पीएम मोदी ने राजस्थान की एक रैली में कांग्रेस पार्टी पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगया था। पीएम ने कहा था कि कांग्रेस आपकी संपत्ति और अधिकार को छीनकर मुसलमानों को दे देगी। इसमें उन्होने कांग्रेस के घोषणापत्र और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के 2009 के बयान का हवाला दिया था। इसके बाद कांग्रेस, सपा और लेफ्ट पार्टियों ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी।
राहुल गांधी ने क्या कहा था
राहुल गांधी ने केरल में 12 अप्रैल को एक रैली के दौरान कहा था कि सिर्फ 22 लोगों के पास 77 फीसदी संसाधनों पर कब्जा है। देश में गरीबी बढ़ी है, लेकिन उनकी सरकार आई तो गरीबी खत्म कर देंगे। इसके बाद बीजेपी ने नीति आयोग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए इस दावे को झूठा करार दिया था और चुनाव आयोग से इस मामले पर कंप्लेन की गई थी।