भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने व्यक्ति केंद्रित पार्टी होने के आरोपों को नकार दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा व्यक्ति केंद्रित नहीं, विचारधारा पर आधारित पार्टी है।
न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में गडकरी ने कहा, “यह पार्टी न कभी केवल अटलजी की बनी, न कभी अडवाणीजी की बनी। न ही यह अमित शाह या नरेंद्र मोदी की पार्टी बन सकती है। भाजपा विचारधारा पर आधारित पार्टी है, इसलिए यह कहना गलत है कि भाजपा मोदी केंद्रित पार्टी बन गई है।” हालांकि, उन्होंने कहा कि भाजपा और मोदी एक दूसरे के पूरक हैं।
भाजपा कभी व्यक्ति केंद्रित पार्टी नहीं बनेगी- गडकरी
गडकरी से जब पूछा गया कि क्या 1976 में कांग्रेस के नारे ‘इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा’ की तरह ही भाजपा, मोदी ही भाजपा और भाजपा ही मोदी बन गई है। उन्होंने जवाब दिया, भाजपा कभी व्यक्ति केंद्रित पार्टी नहीं बनेगी।
‘मजबूत पार्टी भी कमजोर नेताओं के दम पर चुनाव नहीं जीत सकती’
उन्होंने कहा, ”भाजपा में किसी परिवार का राज नहीं हो सकता। सरकार में सभी फैसले संसदीय बोर्ड लेता है। पार्टी अगर मजबूत है और उसके नेता कमजोर हैं, तो चुनाव नहीं जीता जा सकता। इसी तरह से नेता मजबूत हो, लेकिन पार्टी कमजोर है तब भी यही स्थिति होगी। लेकिन हां लोकप्रिय नेताओं को जरूर आगे आना चाहिए।”
‘विकास के मुद्दे पर भाजपा दोबारा सत्ता में आएगी’
केंद्रीय मंत्री ने उन दावों को भी नकार दिया जिनमें कहा जा रहा है कि भाजपा विकास और काम के बजाय राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। गडकरी ने कहा- जनता विकास के मुद्दे पर भाजपा को वोट देकर दोबारा सत्ता में लाएगी।
राष्ट्रवाद भाजपा के लिए मुद्दा नहीं, आत्मा है- गडकरी
उन्होंने कहा, ”विपक्ष भाजपा के विकास के एजेंडे से जनता का ध्यान हटाने के लिए जातिवाद और सांप्रदायिकता का जहर घोल रही है। बावजूद इसके जनता भाजपा के साथ है। हम बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। खंडित जनादेश की संभावनाओं को नकारते हुए गडकरी ने दावा किया कि भाजपा 2014 लोकसभा चुनाव से ज्यादा सीटें जीतेगी। राष्ट्रवाद भाजपा के लिए कोई मुद्दा नहीं बल्कि आत्मा है। अच्छा प्रशासन और विकास ही हमारा मिशन है। गरीबों के लिए रोटी कपड़ा और मकान हमारा ध्येय है।”