इंदौर में बस चालक से दो पुलिसवालों ने लूटे 14 लाख रुपये, दो दिन बाद हुई गिरफ्तारी

इंदौर

देशभक्ति-जन सेवा, यह स्लोगन तो आपने सुना ही होगा. हर पुलिस थाने के बाहर यह स्लोगन लिखा रहता है. जहां देशभक्ति के साथ पुलिस जन सेवा करती है. लेकिन जब बात स्वयं सेवा की हो तो कैसा लगेगा. इंदौर में यही कुछ हुआ है. यहां दो पुलिस वाले लुटेरे बन गए. उन्होंने 14  लाख रुपए की लूट कर डाली और मामले का जब खुलासा हुआ तो दोनों आरोपी पुलिस कर्मियों की वर्दी उतरवा कर उन्हें जेल में डाल दिया गया. आईए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

दरअसल पूरा मामला इंदौर के चंदन नगर थाने का है. जहां पर पदस्थ दो पुलिसकर्मियों को लूट के मामले में गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि दोनों ने इंदौर अहमदाबाद रूट की एक बस के चालक से करीब 14 लाख रुपए की लूट की. इधर DCP जोन 4 आरके सिंह ने सिपाही योगेंद्र सिंह चौहान और दीपक यादव को गिरफ्तार करने की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि यह दोनों ही चंदन नगर थाने में पदस्थ है.

पुलिस ने ही लुट लिए पैसे
दरअसल मामला 23 दिसंबर का है जब सिपाही ने बस नंबर HR11D 5686 को रोककर चालक नरेंद्र तिवारी से 14 लाख रुपए से भरा एक पार्सल छीन लिया था. इतना ही नहीं आरोपी पुलिस कर्मियों ने चालक को धमकाते हुए कहा था कि पहले इस पार्सल की जांच की जाएगी. इस पार्सल को थाने ले जाया जाएगा और इसकी जब्ती दिखानी होगी. इस मामले के बाद आरोपियों ने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की और पैसे आपस में ही एक दूसरे को बांट दिए. इस मामले में मंगलवार (26 दिसंबर) को थाना प्रभारी इंद्रमणि पटेल ने बस चालक नरेंद्र तिवारी को पूछताछ के लिए बुलाया तो बस चालक ने बताया कि रुपए तो पुलिस वालों ने ही लूटे हैं.

यह सुनकर पुलिस अफसर के होश उड़ गए. दरअसल पुलिस ने स्कीम नंबर 51 निवासी अंकित जैन के शिकायत पर ड्राइवर नरेंद्र के खिलाफ हेरा फेरी का मामला दर्ज किया था. वहीं अंकित के कर्मचारी भाविक ने पार्सल बस चालक को सौंपा था, जिसे अहमदाबाद के कन्हैयालाल को देना था, लेकिन यह पार्सल कन्हैयालाल तक नहीं पहुंचा. इसके बाद इस मामले में अंकित ने चंदन नगर थाने में बस चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी.

परेड के दौरान आरोपी कि हुई पहचान
इधर मंगलवार को जब तिवारी से पूछताछ की गई तो उसने उन दो पुलिस वालों के नाम बताएं जिन्होंने उससे पैसे लिए थे. एडीशनल डीसीपी जोन 4 अभिनव विश्वकर्मा थाने पर पहुंचे और पूरे स्टाफ की परेड करवाई. जहां बस चालक ने दिनेश और योगेश को पहचान लिया. पुलिस ने महिला यात्रियों से भी पुष्टि की तो उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों ने करीब 20 मिनट तक बस की तलाशी ली थी. वही इस मामले में जब पुलिस अफसर ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो सिपाही टूट गए और कहा कि हमसे गलती हो गई दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

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