एक नंबर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नशे का मुद्दा चुनाव में छेड़ रखा है। वे अपने भाषणों के दौरान लगातार नशे पर बात करते है और एक नंबर में अवैध नशे पर रोक लगाने का भी कहते है। नशे को लेकर उनका ताजा बनाया आया है। विजयवर्गीय ने कहा कि नशे करने वालो के नए नाइट कल्चर का मैं विरोधी हुं। नशे का शौक जिन लोगों को है, वे घर में बैठकर नशा करे।
नशा कर चौराहे पर झूमने से क्या मतलब। विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में सराफा का रुप में नाइट कल्चर की शुरूआत 70 साल पहले हो गई थी। तब देश के कई शहर इस कल्चर से अंजान थे। मैं बचपन से देख रहा हुं। शहरवासी अपने परिवार के साथ सराफा आते है और जमकर खाते है। उधर नशे को लेकर आए बयान पर कांग्रेस ने विजयवर्गीय को आड़े हाथ लिया है।
प्रदेश कांग्रेस सचिव राकेश यादव का कहना है कि किसी भी तरह का नशा खराब होता है। चाहे वह बाहर किया जाए या घर पर। विजयवर्गीय इस तरह के बयानों से लोगों को नशा करने के लिए प्रेरित कर रहे है।