भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख के बयान पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि जिस दिन मोहन भागवत एकजुटता का संदेश देकर एकता का पालन करेंगे उस दिन सारी समस्या खत्म हो जाएंगी। भागवत के बयान पर दिग्गी के कटाक्ष के बाद सियासत गरमा गई। उधर, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्गी पर निशाना साधा। उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह सूरज को दिया दिखा रहे हैं।
मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा निहित राजनीतिक स्वार्थों के चलते भाषा, धर्म, जाति के नाम पर इस देश को बाटने की कोशिश की। वहीं, मोहन भागवत दी हैं जो एक एक स्वयं सेवक को देश की एकता और अखंडता पर देश को मर मिटने का संकल्प दिलाने वाले व्यक्ति हैं। भागवत जी ने जो बयान दिया है वह बिल्कुल सही है। दिग्विजय सिह जैसे लोगो का माईन्ड सैट बदलने की है जरूरत है। उन्हें खुद सोचकर बोलना चाहिए।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह विजयदशमी के एक कार्यक्रम में शामिल होने भोपाल आए थे। इस दौरान उन्होंने प्रदेशवासियों को दशहरा की बधाई दी। जब मीडिया ने उनसे संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देने की बात कही तो उन्होंने कहा कि, जिस दिन मोहन भागवत एकजुटता का संदेश देकर एकता का पालन करेंगे उस दिन सारी समस्या खत्म हो जाएगी। जिस दिन वो महात्मा गांधी का रास्ता अपना लेंगे उस दिन मॉब लीचिंग जैसे सारे अपराध रुक जायेगे।
नागपुर में भागवत ने दिया था बयान
विजयदशमी पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने मोदी सरकार की तारीफ की. इसके साथ ही मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर मोहन भागवत ने कहा कि इससे संघ का कोई लेनादेना नहीं है. मॉब लिंचिंग पर कड़े कानून बनाए जाने चाहिए। नागपुर में सालाना पथ संचलन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर कहा कि कानून व्यवस्था की सीमा का उल्लंघन कर हिंसा की प्रवृत्ति समाज में परस्पर संबंधों को नष्ट कर अपना प्रताप दिखाती है. यह प्रवृत्ति हमारे देश की परंपरा नहीं है, न ही हमारे संविधान में यह है. कितना भी मतभेद हो, कानून और संविधान की मर्यादा में रहें. न्याय व्यवस्था में चलना पड़ेगा।