तीन दशक से पांच-पांच साल बनती रही कांग्रेस-भाजपा की सरकार

Uncategorized देश

हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पांच साल भाजपा और पांच वर्ष कांग्रेस ही सत्ता में रही है। 1982 से 1985 के बीच कांग्रेस की सरकार रही। इसके बाद 1985 से 1990 तक फिर कांग्रेस की सरकार बनी और वीरभद्र सिंह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। 1990 से 1992 के बीच भाजपा की सरकार बनी और शांता कुमार सीएम रहे। इसके बाद 1993 से 1998 तक वीरभद्र सिंह के मुख्यमंत्रित्व में फिर कांग्रेस की सरकार बनी। 1998 से 2003 तक तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में भाजपा, 2003 से 2007 तक वीरभद्र के नेतृत्व में कांग्रेस, 2007-2012 तक फिर धूमल के नेतृत्व में भाजपा 2012-2017 तक वीरभद्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस और वर्तमान में 2017 से 2022 तक जयराम ठाकुर के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनी।

2017 में 34232 ने चुना नोटा का विकल्प
शिमला। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2017 के बाद यह दूसरा विधानसभा चुनाव होगा, जिसमें मतदाताओं को नोटा नोटा (नन ऑफ  द एबव) का बटन दबाने का विकल्प मिलेगा। वर्ष 2017 में नोटा के तहत 34,232 मत पडे़ थे। उस वक्त जोगिंद्रनगर में सर्वाधिक 1162, उसके बाद शाहपुर में 1010 मतदाताओं ने नोटा के विकल्प चुना था। इससे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में चारों सीटों पर हिमाचल प्रदेश में नोटा के तहत 29,155 वोट पडे़। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में धर्मशाला सीट पर 11,327, मंडी में 5,298, हमीरपुर में 8,026 और शिमला में 8,357 वोट नोटा में पडे़। 33,008 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना। मंडी लोकसभा सीट सहित अर्की, जुब्बल-कोटखाई और फतेहपुर विधानसभा सीटों पर नवंबर 2021 में हुए उपचुनाव में 14,852 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *