इंदौर: इंदौर पुलिस अपने ही अधिकारी की सुसाइड मिस्ट्री को सुलझाने में चकरघिन्नी हो रही है। सुसाइड के बाद TI हाकम सिंह पवार की पर्सनल लाइफ की जो फाइल खुल रही है, उससे परेशानी और बढ़ गई है। बात ये भी हो रही है कि पुलिस जो कहानी बता रही है उस पर भरोसा किया जाए या फिर जो कहानी पुलिस विभाग से छनकर बाहर आ रही है उस पर। ये जरूर है कि इस मामले की असल राजदार लेडी ASI रंजना खाण्डे ही है। रंजना का जो बायो डाटा सबके सामने आया है वो कई सवाल खड़े करता है। बता दें, भोपाल के श्यामला हिल्स थाने में पदस्थ TI हाकम सिंह ने 24 जून को खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था।इससे पहले ASI रंजना खाण्डे को गोली मारी थी।
अब कुछ दिन पीछे चलते हैं। बात शुरू करते हैं शूट एंड सुसाइड घटनाक्रम की शुरुआत से। TI हाकम सिंह 3 दिन का अवकाश लेकर इंदौर आते हैं। इंदौर आने के बाद वो 23 जून को पुलिस कंट्रोल रूम स्थित ICH ( इंडियन कॉफी हाउस) में ASI रंजना खाण्डे से मिलते हैं। एक दिन बाद 24 जून को हाकम सिंह और ASI रंजना फिर से ICH में उसी जगह मिलते हैं। करीब 45 मिनट बात होती है। इस दौरान रंजना का भाई भी मौजूद रहता है। कहासुनी होने के बाद दोनों ICH से बाहर आते हैं। यहां पेड़ की आड़ में फिर लंबी बातचीत होती है। इसी दौरान हाकम सिंह पिस्टल से रंजना पर फायर कर अपनी कनपटी पर गोली मार लेते हैं। अब यहां ये सवाल उठता है कि ICH में रंजना के साथ आया उसका भाई कहां चला गया?
पुलिस की थ्योरी क्या है?
शूट एंड सुसाइड के बाद पुलिस का पहला जो बयान आया उसमें बताया गया कि प्रेम प्रसंग का मामला है। फिर जो थ्योरी गढ़ी गई उसमें बताया गया कि हाकम सिंह और रंजना के बीच क्रेटा कार को लेकर विवाद था। जिस गाड़ी के विवाद की बात की जा रही है, वो रंजना के भाई कमेलश ने नाम से रजिस्टर्ड है। लेकिन इसका पहला रजिस्ट्रेशन सीमा जायसवाल के नाम से था। पुलिस ने गाड़ी के पहले मालिक से बात की। इसमें सीमा के पति गोविंद जायसवाल का नाम सामने आया। कपड़ा कारोबारी गोविंद और हाकम सिंह की दोस्ती थी।
ASI रंजना से महेश्वर में हुई थी मुलाकात
रंजना और हाकम सिंह की दोस्ती 2018 में महेश्वर में हुई थी। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच काफी नजदीकी संबंध थे। 24 जून की घटना के बाद अस्पताल में रंजना ने पुलिस को बताया कि हाकम सिंह उसके पिता समान हैं। उन्होंने गोली क्यों चलाई, उसे नहीं मालूम।
सामने आई तीसरी पत्नी रेशमा
हाकम सिंह की मौत के बाद मॉर्चुरी पहुंची रेशमा शेख उर्फ जागृति ने दावा किया था कि वह उनकी तीसरी पत्नी हैं। उज्जैन के तराना की लीलावती और सीहोर की सरस्वती उनकी पहली और दूसरी पत्नियां हैं। रेशमा ने बताया कि उसकी मुलाकात हाकम सिंह से गौतमपुरा में हुई थी। दोनों लंबे समय तक साथ रहे। जहां भी हाकम सिंह की पोस्टिंग हुई, रेशमा को उन्होंने नाम बदलकर अपने साथ ही रखा। रेशमा ने मीडिया के सामने हाकम सिंह द्वारा उसे एक मकान दिलवाने की बात भी कही। लेकिन, दोनों की शादी का कोई प्रमाण वह पुलिस को नहीं दे पाईं।
गोविंद जायसवाल, जिसकी पत्नी के नाम थी गाड़ी
जिस गाड़ी को लेकर विवाद की बात पुलिस द्वारा बताई जा रही है। वो पहले सीमा जायसवाल के नाम से थी। जब हाकम सिंह सराफा में पदस्थ थे, उस समय गोविंद और हाकम सिंह की दोस्ती हुई थी। गोविंद ने व्यापार में कुछ नुकसान होने के बाद हाकम सिंह से 25 लाख रुपए लिए थे। जिसे लौटाने के एवज में उसने उन्हें कार दे दी थी।
हाकम सिंह के भाई रामगोपाल ने क्या कहा
घटना के 4 दिन बाद हाकम सिंह के भाई रामगोपाल ने बताया कि जब भी हाकम भोपाल से उज्जैन आते थे, ASI रंजना द्वारा परेशान करने की बात कहते थे। सब जानते थे कि वो उनसे रुपए मांग रही थी। रुपए किस बात के थे यह जानकारी नहीं है।
गोद लिए बेटे ने भी रंजना पर लगाए आरोप
खुद को हाकम सिंह का गोद लिया बेटा बताने का दावा करने वाले मुकेश ने रंजना और गोविंद पर आरोप लगाए हैं। (मुकेश, हाकम सिंह के भाई रामगोपाल का बेटा है।) उसने मां लीलावती की ओर से पुलिस को एक आवेदन भी दिया, जिसमें हाकम सिंह को ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया गया है। उसका कहना है कि पापा जब भी घर आते बड़ी रकम की व्यवस्था करते थे और रंजना को देने की बात करते थे ।
वारदात के बाद ये सवाल अनसुलझे
- घटना का सीसीटीवी तो सामने आया, लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ कि टीआई ने खुद को गोली मारी या दोनों के बीच बहस में गोली चली।
- ASI रंजना पर कई आरोप लगे हैं, हालांकि अब तक पुलिस उसका मोबाइल नहीं खोज पाई है।
- तीसरी पत्नी रेशमा शेख ने ASI रंजना पर कई आरोप लगाए हैं, पर पुलिस दोनों की शादी का प्रमाण मांग रही है।