वाराणसी: पूर्वांचल में उद्योग जगत को एक नई उड़ान देने के लिए काशी में उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया गया. बड़ी बात यह है कि इस सम्मेलन में जहां बड़ी संख्या में पूर्वांचल के उद्यमियों ने अपनी सहभागिता दर्ज कराई तो वहीं, दूसरी ओर जनप्रतिनिधि व वहां मौजूद मंत्रियों ने प्रमुखता से उद्यमियों की बात व समस्याओं को सुना. जिससे उनकी समस्याओं को दूर करके पूर्वांचल में उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके.
600 व्यापारियों ने लिया हिस्सा: बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी अब हर मामले में विकसित हो रहा है. यही वजह है कि हर बड़े आयोजन काशी में होते हैं, क्योंकि यहां का संदेश पूरे देश में जाता है. इसी क्रम में इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ अन्य शाखाओं ने बृहद उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया. जहां उद्योग क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं को प्रमुखता से रखा गया. इसके साथ ही शहर के प्रमुख उद्यमियों ने पूर्वांचल में उद्योग को किस तरीके से स्थापित कर इसे वृहद रूप दिया जा सके विषय पर चर्चा की. गौर हो कि पूर्वांचल से जीएसटी का एक बड़ा हिस्सा प्रदेश के विकास को जाता है.
भविष्य में दिखेगा सकारात्मक परिणाम: आईआईए के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरके चौधरी ने बताया कि यह सम्मेलन पूर्वांचल में उद्योग जगत को एक नया उड़ान देने वाला है. जहां सभी उद्यमी मिलकर कैसे प्रदेश के अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन पहुंचाए इस पर चर्चा कर रहे हैं. वहीं, आने वाले दिनों में इसके सकारात्मक परिणाम भी देखने को मिलेंगे.
सृजित होंगे रोजगार: वहीं, कार्यक्रम में मौजूद आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि काशी विश्व पटल पर प्रमुख हो गई है. विकास की हर नैया पूर्वांचल से होकर गुजर रही है. जिसका केंद्र काशी हो गई है. सरकार का पूरा ध्यान पूर्वांचल को विकसित करने पर है. उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन उद्योग को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार का भी सृजन करने वाला हैं.