शिवमोग्गा : कर्नाटक के शिवमोग्गा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है, जिसके बाद से तनाव की स्थिति है. एहतियात के तौर पर पहले धारा 144 लागू कर स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया. बाद में बुधवार सुबह तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है. वहीं, इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. कुछ अन्य आरोपियों की तलाश भी पुलिस कर रही है.
उधर, 23 वर्षीय बजरंग दल कार्यकर्ता हर्ष के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस सुरक्षा के बीच उनके आवास पर ले जाया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता मौजूद थे.
जब शव ले जाया जा रहा था तो ओडी रोड पर युवकों के एक समूह ने वाहनों पर पथराव किया और कुछ वाहनों को जला दिया. घटना में 10 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. शहर में पहले से ही धारा 144 लागू है. शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने शहर में हर जगह सुरक्षा कड़ी की है.
परिवार को मुआवजे के लिए सीएम से करूंगा बात : अरागा ज्ञानेंद्र
इस मामले पर कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने शिवमोग्गा में मीडिया से कहा कि ‘हमने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. मेरी जानकारी के अनुसार, इस हत्या में 5 लोग शामिल हैं.’ हमने पुलिस अधिकारियों को स्थिति का विश्लेषण करने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया है.
गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने कहा कि फिलहाल शिवमोग्गा में सब कुछ नियंत्रण में है. बेंगलुरु से 200 और पुलिसकर्मी भेजे गए. 1200 पहले से ही तैनात हैं. वहां आरएएफ भी मौजूद है. हमने अन्य जिलों के एसपी को भी स्थिति की बारीकी से निगरानी करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने कहा कि ‘मामले की जांच के लिए शिवमोग्गा एसपी की अगुवाई में एक विशेष टीम बनाई गई है. मैंने पीड़ित हर्ष के परिवार से बातचीत की है. उन्होंने न्याय मांगा है. जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आग्रह किया. मैं परिवार को मुआवजा देने के लिए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से बात करूंगा.’
उन्होंने शिवमोग्गा के लोगों से कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का साथ देने की अपील की. साथ ही चेतावनी दी कि किसी को शांति व्यवस्था भंग नहीं करने दी जाएगी.’
वहीं, बेंगलुरु में मीडिया से बात करते हुए गृह मंत्री ने कहा, ‘मैंने सीएम बसवराज बोम्मई को शिवमोग्गा घटना के बारे में जानकारी दी है. हम फिर मिलेंगे. पुलिस अन्य दो आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है. क्या उनका हिजाब मामले और इस मामले से कोई संबंध है, इस बारे में जांच चल रही है.
जांच एनआईए को सौंपे जाने के सवाल पर गृह मंत्री का कहना है, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे हैं. रिपोर्ट देखकर अगला फैसला लिया जाएगा. एसडीपीआई, पीएफआई पर बैन को लेकर कहा कि इसके लिए कानून है. इस बारे में हम समय देखकर फैसला लेंगे.
गौरतलब है कि इस हत्याकांड के बाद कई हिंदू संगठनों ने शिवमोग्गा में स्थित mcggan hospital (अस्पताल) के सामने विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. वहीं, इस मामले में कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने आरोप लगाया कि विशेष समुदाय के गुंडों ने बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या कर दी है