बंगाल की खाड़ी पर बने चक्रवाती तूफान गुलाब ने पूर्वी तट के राज्यों की परेशानी बढ़ा दी है। मौसम विभाग के मुताबिक इसका लैंडफॉल आज शाम से शुरु होगा और आधी रात के आसपास इसका असर सबसे ज्यादा होगा। इसके पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना व्यक्त की गई है। ये आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा के तटीय इलाकों में कलिंगपट्टनम और गोपालपुर के बीच से प्रवेश करेगा। इसकी वजह से मौसम विभाग ने इन दोनों राज्यों में अगले तीन दिनों में भारी से भारी बारिश होने की संभावना जताई है। IMD के मुताबिक अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी और ओडिशा, पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश में मछुआरों को 25 से 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में नहीं जाने को कहा गया है।
मौसम विभाग के हाई अलर्ट के बाद ओडिशा में ओडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम को भी भेजा गया है। उधर प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से फोन पर बात की और चक्रवाती तूफान से होनेवाली स्थिति और तैयारियों का जायजा लिया। पीएम ने कहा कि आपदा के समय में केन्द्र से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
बचाव एवं राहत की तैयारी
ओडिशा आपदा त्वरित कार्य बल (ODRAF) के 42 दलों और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के 24 दलों के साथ दमकल कर्मियों को सात जिलों गजपति, गंजम, रायगढ़, कोरापुट, मल्कानगिरी, नबरंगपुर, कंधमाल भेजा गया है। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने कहा कि सरकार ने बचाव दलों को संवेदनशील इलाकों में भेजा और अधिकारियों से निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकालने को कहा है।