गर्मियों का मौसम बच्चों के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल होता है. तेज धूप और गर्मी से बच्चों को लू लगने का खतरा रहता है. लू से बचने के लिए बच्चों को हाइड्रेटेड रखना सबसे जरूरी है. इसके अलावा, बच्चों को कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ खिलाने चाहिए, जो उन्हें लू से बचाने में मदद करते हैं.
तेज गर्म हवाएं और कड़ी धूप की असली मार बच्चों पर पड़ रही है. सरकारी हॉस्पिटल्स से लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिंग होम में इस वक्त ज्यादातर बच्चे ही ऐडमिट हो रहे हैं. ऐसे में लू लगने के कारण पहचानना और उनसे बचाव करना जरूरी है.
क्यों लगती है लू (Heat Stroke In Children)
डॉक्टर्स के मुताबिक, लू की चपेट में आने से शरीर में प्राकृतिक रूप से पसीने के रूप निकलने वाली गर्मी की प्रक्रिया बाधित हो जाती है, जिससे शरीर का तापमान बढ़ता चला जाता है.
लू लगने के मुख्य कारण (Heat Stroke In Children)
बच्चों को बाहर का खाना न खिलाएं और न ही ड्रिक्स पिलाएं. इनसे शरीर रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है.अक्सर बाहर का खाना हाईजीनिक नहीं होता है. ऐसे में इसे खाकर बीमार होने के चांस ज्यादा होते हैं
ये हैं लू लगने के लक्षण
1-बच्चे को तेज धूप और गर्मी में चक्कर आने लगते हैं.
2-उल्टी होना, बीपी एकाएक कम हो जाना.
3-कई बार तेज बुखार भी हो सकता है. ऐसे में तुरंत हॉस्पिटल जाएं.
ये सावधानियां जरूर बरतें
1-बाहर के खाने से परहेज करें.
2-खुले में मिलने वाला जूस बच्चों को न पिलाएं.
3-तेज धूप से बचाएं व शरीर में पानी की कमी न होने दें.
4-बच्चे को नारियल पानी, गन्ने का रस, छाछ, आम का पना आदि पिलाएं.
5-बच्चे को घर में बना नींबू पानी जरूर पिलाएं.