सीईटी के लिए आवेदन आज से, परीक्षा 31 अगस्त को होगी

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इंदौर ।

देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) के प्रमुख विभागों के करीब चार दर्जन पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए होने वाली कामन एंट्रेस टेस्ट (सीईटी) के लिए रजिस्ट्रेशन (आवेदन) मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। इसके लिए उम्मीदवारों को तीन सप्ताह दिए गए हैं। सोमवार को ही विश्वविद्यालय ने परीक्षा की तारीख भी 31 अगस्त तय कर दी। हालांकि अभी तक परीक्षा केंद्रों की सूची जारी नहीं की गई है। यह अगले सप्ताह जारी हो सकती है। परीक्षा एजेंसी को 22 केंद्र बनाने का सुझाव दिया है।

तक्षशिला परिसर स्थित दर्जनभर से ज्यादा विभागों से संचालित 47 पाठ्यक्रमों के लिए कम्प्यूटर आधारित सीईटी करवाई जा रही है। विश्वविद्यालय ने 47 कोर्स को तीन ग्रुप में बांटा है। ग्रुप-ए में 19 एमबीए और एमए मास कम्प्युनिकेशन की 1,135 सीटें है। ग्रुप-बी में 11 इंटीग्रेटेड कोर्स की 760 और ग्रुप-सी में साइंस-आर्ट्स के 16 कोर्स की 400 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने 22 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाने का सुझाव दिया है। पहली मर्तबा धार-खंडवा और खरगोन में भी केंद्र रखने पर जोर दिया है। वहीं इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सतना, सागर जैसे बड़े शहरों के नाम भी एजेंसी को भेजे है। अहमदाबाद, नागपुर, कोलकाता, दिल्ली, प्रयागराज और कोटा के नाम भी प्रस्तावित हैं। एजेंसी से केंद्रों की सूची आना बाकी है। प्रभारी रजिस्ट्रार अनिल शर्मा ने बताया विश्वविद्यालय का जोर मध्य प्रदेश में ज्यादा केंद्र बनाने पर है।

9 अगस्त को बंद होंगी लिंक

विश्वविद्यालय ने मंगलवार 20 जुलाई से रजिस्ट्रेशन शुरू किए हैं। आवेदन 9 अगस्त तक किए जा सकेंगे। आइएमएस, आइआइपीएस, ईएमआरसी, ला, पत्रकारिता, कामर्स, इकोनामिक्स, सोशल साइंस, फिजिकल एजुकेशन, फार्मेसी, इलेक्ट्रानिक, डाटा साइंस, एनर्जी, कम्प्यूटर साइंस सहित एक अन्य विभाग से संचालित पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिए जाएंगे। विश्वविद्यालय ने काउंसिलिंग का शेड्यूल अभी जारी नहीं किया है। सीईटी करवाने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को सौंपी है। एजेंसी पेपर सेट करने से लेकर मूल्यांकन और रिजल्ट जारी करने तक के काम करेगी।

एजेंसी ने बढ़ाई तारीख

एनटीए के पास अन्य परीक्षाओं का जिम्मा भी है। इसके चलते विश्वविद्यालय को 7 सितंबर को परीक्षा करवाने का विकल्प दिया था। इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन राजी नहीं हुआ। सीईटी कमेटी का जोर अगस्त में ही परीक्षा कराने पर था। काफी मंथन के बाद एजेंसी ने 31 अगस्त को परीक्षा कराने पर सहमति दी। कुलपति डा. रेणु जैन और कमेटी सदस्यों की सहमति के बाद परीक्षा तय हो सकी।

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