दूसरे दिन भी हंगामे के आसार, संजय सिंह ने पेगासस मुद्दे पर दिया शून्यकाल नोटिस

Uncategorized देश

संसद के मानसून सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ सकता है। इजरायली स्पाइवेयर पेगासस के जरिये कई प्रमुख लोगों की कथित तौर पर जासूसी करवाने के मामलेको लेकर आज हंगामे के आसार हैं। कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं और इस प्रकरण की स्वतंत्र जांच करवाए जाने की मांग कर रहे हैं। मुद्दे को लेकर पेगासस रिपोर्ट्स पर AAP सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में शून्यकाल नोटिस दिया है।

सदनों की बैठक बार बार हुई बाधित
संसद के मानसून सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरूआत हुई तथा विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने के मकसद से विपक्ष के हंगामे के कारण दोनों सदनों की बैठक बार बार बाधित हुई। हंगामे के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय भी नहीं करवा पाए। हंगामे के कारण लोकसभा दो बार और राज्यसभा तीन बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। दोनों सदनों में विपक्षी सदस्य तीन नये कृषि काननों, महंगाई सहित विभिन्न मुद्दों पर नारेबाजी करते दिखे। कुछ विपक्षी सदस्यों ने आसन के समक्ष आकर नारेबाजी भी की।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर लगाए आरोप
विभिन्न मुद्दों को लेकर विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के चलते नये मंत्रियों का परिचय दोनों सदनों में नहीं करवाए जाने से क्षुब्ध प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया कि विपक्ष की महिला, आदिवासी एवं दलित विरोधी मानसिकता के कारण यह सब किया जा रहे हैं क्योंकि नये बने मंत्रियों में से अधिकतर इन्हीं वर्गों के हैं। राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि नये मंत्रियों का सदन में परिचय करवाने की परंपरा पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय से चली आ रही है और इस परंपरा को तोड़ना लोकतंत्र की परंपराओं को हानि पहुचाना है।

राजनाथ सिंह हुए नाराज
लोकसभा में सदन की बैठक शुरू होने पर चार नवनिर्वाचित सदस्यों ने शपथ ग्रहण किया। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मंत्रिपरिषद के नये सदस्यों का परिचय कराने के दौरान कांग्रेस समेत कुछ विपक्षी दलों के सदस्यों ने केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों और अन्य विषयों पर हंगामा शुरू कर दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नये मंत्रियों का परिचय कराने के दौरान कांग्रेस सदस्यों के हंगामे को दु:खद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *