इंदौर।
ऑन लाइन ठगी के आरोप में गिरफ्तार आरोपित अखिलेश ने 40 से ज्यादा बेरोजगारों को ठगना कबूल लिया है। आरोपित नौकरी की तलाश करने वाले युवक-युवतियों को चरित्र सत्यापन का झांसा देकर उनसे रुपये जमा करवा लेता था। पूछताछ में जयेश सहित तीन अन्य ठगों के नाम भी कबूले है। आरोपित से 3 मोबाइल,सिम जब्त कर ली है।
एएसपी(क्राइम) गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक कतरी सराय निवासी अखिलेश ने बताया कि नालंदा व आसपास के गांवों में ठगी के कईं गिरोह सक्रीय है। आरोपित ओएलएक्स पर कार,बाइक,मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बेचने,लॉटरी खुलने और नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करते है।
उसने यह भी बताया कि उसका गिरोह फेसबुक के माध्यम से उन लोगों को निशाना बनाता था जो नौकरी की तलाश कर रहे थे। फेसबुक पर नंबर जारी कर बेरोजगार युवक युवतियों से संपर्क करता और पुलिस सत्यापन के लिए 2 से 5 हजार रुपये खातों में जमा करवा लेता था। इस प्रकार वह अभी तक 40 से ज्यादा को ठगना स्वीकार चुका है। एएसपी के मुताबिक उसके साथियों की तलाश जारी है।
एडीजी की फर्जी आइडी बनाने वालों की तलाश
एएसपी के मुताबिक एडीजी वरुण कपूर के नाम से फर्जी आइडी बना लोगों से रुपयों की मांग करने वाले आरोपितों की तलाश जारी है। पुलिस को फेसबुक से जानकारी मिल चुकी है। साइबर एक्सपर्ट की टीम ने बताया आरोपित पश्चिम बंगाल और उड़िसा से इंटरनेट का उपयोग कर लोगों के साथ ठगी कर रहे है।