उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को सपा-बसपा गठबंधन के नाम पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और मायावती पर तंज कसा। योगी ने कहा- मायावती के सामने अखिलेश की कोई हैसियत नहीं है। मायावती के कमरे में अखिलेश यादव जूते उतारकर जाते हैं। कमरे में मायावती के सामने अखिलेश छोटी कुर्सी पर बैठते हैं। यही उनकी हैसियत भी है। एएनआई को दिए इंटरव्यू में योगी ने कहा, ”प्रधानमंत्री बनने के लिए 272 सीटें चाहिए। सरकार बनाने की क्षमता केवल भाजपा में ही है। जो 37-38 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, क्या वे प्रधानमंत्री बनेंगे?”
योगी ने रायबरेली और अमेठी सीट जीतने का दावा किया
- ‘बाबर की औलाद’ वाले बयान पर योगी को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया था। इस पर योगी ने कहा, ”आपसी बातचीत को कहीं और कह देना आचार संहिता में नहीं आता। मंच पर जाकर भजन नहीं किए जाते बल्कि अपने विरोधी को घेरने के लिए मंच का इस्तेमाल होता है।”
- समाजवादी पार्टी के नेताओं के साथ प्रियंका गांधी के मंच साझा करने पर योगी ने कहा कि सपा और बसपा ने अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस के खिलाफ कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। ये सभी पार्टियां केवल वोट कटवा की भूमिका अदा कर रहीं हैं। ये चुनाव जीतने के लिए नहीं बल्कि वोट कांटने के लिए मैदान में हैं।
- योगी ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को भी इस बार लग रहा है कि वे अमेठी की सीट नहीं बचा पाएंगे। टक्कर तो रायबरेली में है, लेकिन यह सीट भी निश्चित तौर पर भाजपा के खाते में ही आएगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्मृति ईरानी की तुलना में अमेठी में कुछ काम नहीं किया। वहां की जनता बदलाव चाहती है और स्मृति ईरानी वहां की जनता के लिए एक सही विकल्प के तौर पर उभरीं हैं।
- मुख्यमंत्री ने सपा-बसपा और कांग्रेस को लेकर कहा कि ये पार्टियां केवल दिखाने के लिए अलग-अलग हैं, लेकिन वास्तव में ये एक साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। ये लोग अकेले भाजपा का मुकाबला नहीं कर सकते, इसीलिए एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं।
- आतंकी मसूद अजहर को लेकर कसा तंजउन्होंने कहा कि मसूद अजहर के वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद अब उन लोगों के घरों में शोक की लहर दिखाई दे रही है, जो लोग उसके नाम के आगे ‘जी’ लगाते थे। योगी ने कहा कि मसूद को अंतराराष्ट्रीय घोषित किया जाना प्रधानमंत्री मोदी की एक बड़ी सफलता है।