इंदौर के विभिन्न रैन बसेरों में चार हजार से अधिक लोगों को मिला आश्रय

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इंदौर : नगर में नगर निगम द्वारा शहर में 10 रैन बसेरा संचालित किए जा रहे हैं। इनमें विगत लगभग पाँच माह में चार हज़ार से अधिक व्यक्तियों ने आसरा पाया है और नि:शुल्क रात्रि में रूकने की सुविधा पाई है। आयुक्त नगर निगम सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया है कि नगर निगम के माध्यम से इंदौर में क़िला मैदान आश्रय स्थल, गंगवाल बस स्टेण्ड, सुभाष नगर, गाड़ी अड्डा, पीपल्याहाना, सुखलिया, खजराना, पलसीकर कॉलोनी, झाबुआ टावर और टीबी हास्पिटल में रैन बसेरा संचालित किए जा रहे हैं।

अपर आयुक्त नगर निगम अभय राजनगावकर ने बताया है कि ये सभी रैन बसेरा आउटसोर्स एजेंसी के सहयोग से संचालित की जा रही हैं। तुलनात्मक रूप से देखा गया है कि इन रैन बसेरों में प्रायः ठंड के दिनों में अधिक संख्या में लोग आकर रात बिताते हैं। क़िला मैदान स्थित आश्रय स्थल में अभी तक कुल 115, गंगवाल बस स्टेण्ड आश्रय स्थल में 535, सुभाष नगर आश्रय स्थल में 105, गाड़ी अड्डा आश्रय स्थल में 310, पीपल्याहाना आश्रय स्थल में 36, सुखलिया आश्रय स्थल में 278, खजराना आश्रय स्थल में 286, पलसीकर कॉलोनी आश्रय स्थल में 467, झाबुआ टावर आश्रय स्थल में 1447 और एमवाय परिसर स्थित टीबी हास्पिटल आश्रय स्थल में कुल 899 व्यक्तियों ने आश्रय पाया है। इस तरह अक्टूबर 2020 माह से लेकर अब तक कुल 4 हजार 478 लोगों को आश्रय स्थल में नि:शुल्क आश्रय दिया गया है।

कोई बनावटी व्यवस्था नहीं की गई थी रैन बसेरों में
आयुक्त नगर निगम सुश्री प्रतिभा पाल ने बताया है कि इन रैन बसेरों में आने वाले लोग अपनी आवश्यकता अनुसार ही यहाँ रहने के लिए आते हैं। प्रायः ऐसे लोग दूर दराज़ के स्थानों से इंदौर में आवश्यक काम के कारण आते हैं और एक या दो रात यहाँ रुकने के बाद चले जाते हैं। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के अभी दो दिन पूर्व रैन बसेरा के भ्रमण के दौरान यहाँ बाहर के मुसाफ़िर सहज रूप से रूके हुए थे। जिला प्रशासन को रैन बसेरा में मुख्यमंत्री जी के भ्रमण की सूचना पूर्व निर्धारित नहीं थी। आकस्मिक रूप से रैन बसेरा में मुख्यमंत्री जी का भ्रमण किसी भी तरह से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में नहीं था। आयुक्त सुश्री पाल ने बताया कि मुख्यमंत्रीजी के रैन बसेरों के भ्रमण के मद्देनजर कोई बनावटी व्यवस्था नहीं की गई थी। नगर निगम प्रशासन ने इस संबंध में कुछ अख़बारों और सोशल मीडिया में प्रकाशित और प्रसारित ख़बरों का खंडन किया है।

नगर निगम ने उक्त प्रकाशित ख़बरों के तथ्यो के पूर्णतः विपरीत बताते हुये बताया कि 12 फरवरी को रात्रि में सुखलिया स्थित रैन बसेरा में कुल 09 व्यक्ति रात्रि विश्राम के लिय ठहरे। इन 9 व्यक्ति में एक महिला थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान के इन्दौर प्रवास एवं रात्रि विश्राम के निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत इन्दौर आने पर सुखलिया रैन बसेरा एवं झाबुआ टावर रैन बसेरा का औचक निरीक्षण किया गया। निगम द्वारा रैन बसेरा संचालन के लिये आउटसोर्स एजेंसियों को दिया गया है, जिसके अंतर्गत आवंटित एजेंसियां रैन बसेरा की प्रतिदिन के संचालन के कार्य को अनुबंध के अनुसार सम्पादित करती है

रैन बसेरा के भवन का संधारण एवं मरम्मत निगम द्वारा आवश्यकता अनुसार कराई जाती है। साथ ही एजेंसियों द्वारा संचालित किये जा रहे रैन बसेरों का समय-समय पर पर्यवेक्षण निगम अधिकारियों द्वारा किया जाता है। सुखलिया रैन बसेरा माँ आस्था सामाजिक विकास संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है। 12 फरवरी को मुख्यमंत्री चौहान द्वारा रात्रि 11 बजे सुखलिया रैन बसेरा का अवलोकन किया गया। मुख्यमंत्री जी द्वारा सुखलिया स्थित रैन बसेरा में ठहरे हुए व्यक्तियों से सामान्य चर्चा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया।

रैन बसेरा के संचालक द्वारा बताया गया कि 12 फरवरी की रात्रि में रैन बसेरा में 09 यात्रियों में से 07 यात्री 13 फरवरी की सुबह तथा 2 यात्री रात्रि में ही चिकित्सा कारण से चले गये थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि रैन बसेरा में यात्री 24 घटें में स्वेच्छा से किसी भी समय आ अथवा जा सकते हैं । रैन बसेरा का उद्देश्य केवल आश्रय के लिये होता है। यह भी विदित हो की सुखलिया रैन बसेरा में पुरूष यात्रियों के लिये 14 एवं महिलाओं के लिये 10 पलंग उपलब्ध थे। 12 फरवरी को रैन बसेरा में कुल 09 यात्री ठहरे हुए थे, जिसमें 8 पुरूष एवं एक महिला थी। शेष 15 पलंग स्वभाविक रूप से खाली थे।

नि:शुल्क रात्रि विश्राम और एक टाइम भोजन की व्यवस्था है रैन बसेरे में
अपर आयुक्त अभय राजनगावकर ने बताया है कि आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के लोग रोज़गार की तलाश या अन्य प्रयोजन के लिए शहर आते है। ऐसे लोगों के लिए रात्रि विश्राम की नि:शुल्क सुविधा है। यात्री के आने पर उसकी पंजी में एंट्री करते है तथा सेफ्टी के लिए आधार कार्ड की फोटोकॉपी जमा करा लेते है। रुकने के लिए – सोने के लिए पलंग, बिस्तर, चादर, कम्बल , तकिया आदि की व्यवस्था के साथ साथ शौचालय, यूरिनल तथा नहाने की व्यवस्था है।

पीने के पानी की व्यवस्था के साथ साथ विगत दिनों संभाग आयुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा के निर्देश के बाद 1 फरवरी से नि:शुल्क रात का भोजन भी वितरण कराया जा रहा है। यह भोजन दीन दयाल रसोई केंद्र पर तैयार कर डिनर पैकेट वितरण कराए जा रहे है। ठंड के समय सभी 10 रैन बसेरा में अलाव जलाया जाता है। इन रैन बसेरा का संचालन दो एजेंसियों – माँ आस्था सामाजिक संस्था तथा वाल्मीकि समाज सेवा द्वारा किया जाता है, जो दिन प्रतिदिन के केंद्र संचालन, सफ़ाई, प्रबंधन के लिए उत्तर दायीं है। इनके द्वारा केयर टेकर रखे गए हैं जो देख रेख हेतु उपलब्ध रहते है। रैन बसेरा के भवन निगम के स्वामित्व के है, इस लिए बिल्डिंग मेंटेनेंस निगम के जोनल ऑफिस करते है।

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