भाजपा हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व व सिंधिया में बैठाया सामंजस्य

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भोपाल. मंत्रिमंडल विस्तार के 12 दिन बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की टीम के बीच साेमवार काे विभागों का बंटवारा हो गया। भाजपा के खाते में गृह, वित्त, वाणिज्यिक कर, नगरीय विकास गए। जबकि सिंधिया खेमे को परिवहन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, राजस्व, ऊर्जा, उद्योग मिला। आठ बार के विधायक व पूर्व नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को पीडब्ल्यूडी, भूपेंद्र सिंह को नगरीय विकास के साथ जगदीश देवड़ा को वित्त एवं वाणिज्यिक कर विभाग सौंपा गया है। नरोत्तम मिश्रा को गृह के साथ तीन और महकमे दिए गए हैं। स्वास्थ्य उनसे लेकर डॉ. प्रभुराम चौधरी को दिया गया है।

भाजपा हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच अहम विभागों के बंटवारे में सामंजस्य बैठाने की कोशिश की। हालांकि सिंधिया अपने खेमे से 11 को मंत्री बनवाने के बाद पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जल संसाधन, ऊर्जा, उद्योग, राजस्व, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास और परिवहन जैसे बड़े विभाग लेने में सफल रहे। कांग्रेस की पिछली सरकार में राजस्व और परिवहन मंत्री रहे गोविंद सिंह राजपूत को फिर से यही विभाग मिला है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना और हरदीप डंग को भी अच्छे विभाग दिए हैं।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पास जनसंपर्क, सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास और विमान के साथ वे विभाग रखे हैं जो अन्य किसी के पास नहीं। यह भी तय कर दिया कि विधानसभा में सामान्य प्रशासन, प्रवासी भारतीय व विमानन विभाग का जवाब इंदर सिंह परमार देंगे, जबकि नर्मदा घाटी व जनसंपर्क का पक्ष भारत सिंह कुशवाह रखेंगे।

आरएसएस की पसंद का भी खयाल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद रहे मोहन यादव को…उच्च शिक्षा, इंदर सिंह परमार को स्कूल शिक्षा और ऊषा ठाकुर को पर्यटन, संस्कृति और अध्यात्म विभाग मिले। ये विभाग संघ की भी पसंद हैं। जिनमें वे काम करते हैं। शिवराज सिंह के पिछले कार्यकाल में रही पुरानी टीम से इस बार मंत्री बनाए गए लोगों में मामूली फेरबदल किया गया है।

उपचुनाव : ग्वालियर-चंबल का ध्यान
उपचुनाव में सर्वाधिक सीटें ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की हैं। विभाग बंटवारे में इसका भी ध्यान रखा गया। केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ नरोत्तम मिश्रा को गृह के साथ जेल, विधि और संसदीय कार्य देकर प्रभाव बढ़ाया गया है। हालांकि गृह के अलावा किसी अन्य विभाग का बड़ा बजट नहीं होता। अरविंद भदौरिया को सहकारिता दिया, एंदल सिंह को पीएचई और भारत सिंह को उद्यानिकी देकर सामंजस्य बिठाया गया है। इसका चुनाव में लाभ मिल सकता है।

श्रम, स्कूल शिक्षा, खाद्य को छोड़ा, बड़े विभाग ले लिए
पिछली सरकार में सिंधिया खेमे के पास राजस्व, परिवहन, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास के साथ और तीन विभाग श्रम, स्कूल शिक्षा और खाद्य भी थे। इन तीनों श्रम, स्कूल शिक्षा और खाद्य के बदले सिंधिया खेमे ने अब जल संसाधन, उद्योग, ऊर्जा के साथ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ले लिया है। सिंधिया खेमे के चार राज्यमंत्री बनाए गए, लेकिन उन्हें स्वतंत्र प्रभार नहीं मिला। भाजपा से राज्यमंत्री बने चारों लोगों को स्वतंत्र प्रभार में विभाग सौंपे गए।

बिसाहूलाल को वही विभाग, जिसके कारण विवादों में आए
भाजपा सरकार में बिसाहूलाल सिंह को खाद्य विभाग दिया गया है, जबकि इसी विभाग से जुड़े मामले में वे विवादों में रहे। बिसाहूलाल व उनके परिवार पर 2018-19 में आरोप लगा कि बीपीएल सूची का राशन लिया। मार्च 2020 जब बिसाहूलाल कांग्रेस छोड़कर भाजपा खेमे में गए तो तत्कालीन कमलनाथ सरकार ईओडब्ल्यू गई।

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