महाकाल मंदिर के सैकड़ों साल के ज्ञात इतिहास में पहली बार ऐसा देखने में आया है जब बाबा महाकाल की भस्म आरती में एक भी श्रद्धालु नहीं पहुचा है। कोरोना वायरस के डर से मंदिर समिति ने भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में प्रवेश पर पाबंदी लगाई तो एक भी श्रद्धालु मंदिर नहीं पहुंचा। कोरोना वायरस का डर लोगो के मन मे इस तरह बैठा है कि लोगो ने सभी सार्वजनिक स्थानों पर जाना बंद कर दिया है।
कोरोना वायरस के कहर के डर से विश्व प्रसिद्ध महाकाल मंदिर भी अछूता नहीं रहा है। महाकाल मंदिर के सैकड़ों साल के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ जब कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से रोजाना होने वाली भूतभावन बाबा महाकाल की भस्म आरती में एक भी श्रद्धालु मौजूद नहीं रहा। दरअसल कोरोना वायरस के संक्रमण के डर से बतौर एहतियात महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने मंगलवार को एक भी श्रद्धालु को भस्म आरती दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश की अनुमति ही जारी नहीं की। नतीजा यह रहा कि महाकाल मंदिर के सैकड़ों साल के ज्ञात इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब बाबा की भस्म आरती में दर्शन के लिए एक भी श्रद्धालु नहीं पहुंचा। केवल मंदिर के पंडे पुजारियों ने इक्का दुक्का कर्मचारियों की मौजूदगी में नियमानुसार भस्म आरती की।