जैसे-जैसे दिन बड़े होते जा रहे हैं सूरज की रोशनी चुभनी शुरू हो गई है, ऐसी चिलचिलाती गर्मियों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और भी ज़्यादा जरूरी हो जाता है। चिलचिलाती धूप में उनकी नाजुक त्वचा को अतिरिक्त देखभाल की जरूरत पड़ती है क्योंकि वे बाहरी गतिविधियों से ज़्यादा लिप्त होते हैं। बेबीऑर्गेनो की फाउंडर और सीईओ, रिद्धि शर्मा ने तेज धूप से सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्राकृतिक सामग्रियों के उपयोग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘कई प्राकृतिक सामग्रियों में ऐसे गुण होते हैं जो तेज़ धूप से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
चंदन उनमें से एक है और अपने प्राकृतिक एसपीएफ़ गुणों यानी (सन प्रोटेक्शन फैक्टर्स) के लिए जाना जाता है। इसके अतिरिक्त, तिल, सूरजमुखी और नारियल का तेल के साथ केसर, जोजोबा तेल, शीया बटर और विटामिन ई का तेल जैसी सामग्रियां सूरज की तेज़ किरणों से सुरक्षा प्रदान करते हैं। ये तत्व न सिर्फ़ हानिकारक यूवी किरणों से बचाते हैं बल्कि त्वचा को पोषण देते हैं और उसे मॉइस्चराइज भी करते हैं।
घर पर बनाएं होममेड सनस्क्रीन
उन्होंने आगे कहा कि तिल या नारियल के तेल की कुछ बूंदों को एलोवेरा जेल के साथ मिलाकर अतिरिक्त मॉइस्चराइजिंग लाभों के लिए एक होममेड सनस्क्रीन तैयारी की जा सकती है। इसी तरह, विटामिन ई के तेल के साथ शीया बटर मिला कर त्वचा को हाइड्रेटेड रखते हुए यूवी रेज के विरुद्ध एक सुरक्षात्मक घेरा बनाता है।’
सनस्क्रीन का नियमित रूप से इस्तेमाल करें
नाजुक त्वचा को हानिकारक यूवी किरणों से बचाने में सनस्क्रीन महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कहीं बाहर जाने से कम से कम 15 मिनट पहले अपने बच्चे की त्वचा पर एसपीएफ़ 30 या उससे ज़्यादा प्रभावशाली कोई ब्रॉड – स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं। और उसे हर दो घंटे में दोबारा लगाना न भूलें।
कड़ी धूप में बाहर जाने से बचें
जब धूप बहुत ज़्यादा कड़ी होती है हमेशा ये सुझाव दिया जाता है कि उन घंटों में बाहरी गतिविधियों को सीमित कर लें, खासकर सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच की गतिविधियां। जब यूवी किरणें सबसे ज़्यादा हानिकारक होता है।
उन्हें हमेशा ढककर रखें
अपने बच्चे को धूप से बचाने के लिए, हल्के, लंबे बाजू वाले कपड़ों का चुनाव करें, जो उनकी बाहों और पैरों को ढकें। उनके चेहरे, कान और गर्दन को धुप से बचाने के लिए उन्हें चौड़ी किनारी वाली टोपी पहनने की कोशिश करें, जिससे सूरज की तेज़ किरणों का सीधा संपर्क कम हो सके।
थोड़े-थोड़े अंतराल में पानी पिलाते रहें
बच्चों को दिनभर भरपूर पानी पीने के लिए प्रोत्साहित करें, खासकर बाहरी गतिविधियों के दौरान। चीनी मिले पेय पदार्थों और अत्यधिक मात्रा में कोल्ड ड्रिंक्स जैसे पेय पदार्थों के सेवन से बचें क्योंकि वे शरीर में पानी की कमी का कारण बन सकते हैं।
विशेषज्ञ के इन सुझावों का पालन करके, आप गर्मियों की धूप का आनंद लेते हुए अपने बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ रख सकते हैं। धूप से बचाव सिर्फ एक बार का काम नहीं है बल्कि यह रोज़ाना के जीवन अपनाई जाने वाली एक आदत है जो आपके बच्चे की सेहत पर जीवनभर के लिए असर डाल सकती है।