पितरेश्वर हनुमान धाम की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आज अंतिम आयोजन हो रहा है। आयोजन के साक्षी बने इंदौर नगर के वासी आज नगर भोज का लुत्फ उठा रहे है। दरअसल भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नगर भोज के लिए शहर के लोगों को आमंत्रित किया था। आज पितृरेश्वर धाम से ही नगर भोज का आयोजन शुरू हुआ।
सबसे पहले पूर्णाहुति के बाद भगवान को भोग लगाया गया। उसके बाद समिति के संरक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने खुद प्रसादी परोसकर नगर भोज की शुरुवात की। पितृ पर्वत पर ही लगभग ढाई लाख लोगों के खाने की व्यवस्था है। इस भंडारे के साथ ही 19 दिवसीय हनुमान प्राण प्रतिष्ठा समारोह सम्पन्न हो जाएगा। इस भंडारे में प्रसाद के रूप में पूड़ी, रामभाजी की सब्जी, नुक्ती बनाई गई है। सारा प्रसाद गाय के देसी घी से बनाया गया है। प्रसाद में 2 हजार डिब्बे शुद्ध घी, 90 टंकी तेल, 1 हजार क्विंटल आटा, 1 हजार क्विंटल शक्कर, 500 क्विंटल बेसन, 500 क्विंटल आलू, 500 क्विंटल सब्जी का इस्तेमाल होना बताया गया है, जबकि तकरीबन 500 किलो मसाले का इस्तेमाल भी किया गया है।
बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक यह नगर भोज बड़ा गणपति से लेकर श्री पितरेश्वर हनुमान धाम तक के सात किमी लंबे मार्ग पर सड़क के एक तरफ हो रहा है। देर रात तक चलने वाले इस भोज में 5 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता देखरेख में लगे हैं। विजयवर्गीय का कहना है कि लगभग 10 लाख से अधिक लोग इस नगर भोज के साक्षी बनेंगे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड होगा। हनुमान धाम, गांधीनगर और एयरपोर्ट के पास 3 मैदानों पर, बाकी जगह सड़क पर कुल 7 किमी की पंगत में यह भोज करवाया जा रहा है। इस भव्य भोज के साथ ही 9 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन हो जाएगा।
यह भोज शिव महाराज के निर्देशन में बना है। भोजन परोसने का दायित्व इंदौर सहित आसपास के क्षेत्रों से आए 25 हजार कार्यकर्ताओं पर है। भोज के दौरान 10 स्थानों पर एक-एक हजार कार्यकर्ता तैनात है। 400 से ज्यादा लोग परोसगारी कर रहे हैं। हर चूल्हे पर 10 लोगों को इंचार्ज बनाया गया है। माता अन्नपूर्णा की प्रतीक के रूप में 2 हजार महिलाएं भी प्रसाद वितरित कर रही हैं। भोजन बनाने के लिए इंदौर के अलावा रतलाम, दाहोद, कोटा, जयपुर, बांसवाड़ा और जयपुर से भी हलवाई आए हैं। भोजन में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
हंसदास मठ, नृसिंह वाटिका, व्यास बगीची, एचपी गोदाम के पास सामुदायिक परिसर, मेहंदी परिसर, पंचशील नगर, बिजासन मंदिर, गोम्मटगिरी, गांधी नगर और श्री पितरेश्वर हनुमान धाम की 10 भोजनशालाओं में प्रसाद बनाया गया है। नुक्ती बनाने का काम एक दिन पहले तो सब्जी रात से बननी शुरू हो गई थी। वहीं, पुड़ी बनाने की प्रक्रिया मंगलवार सुबह से शुरू हुई। नगर भोज का आयोजन बड़ा गणपति से लेकर श्री पितरेश्वर हनुमान धाम तक के सात किमी लंबे मार्ग पर सड़क के एक तरफ किया गया। भोज में 5 हजार से ज्यादा कार्यकर्ता इस बात का विशेष ध्यान रख रहे हैं कि श्रद्धालुओं और राहगीरों को किसी तरह की परेशानी ना हो। इस दौरान ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने में भी कार्यकर्ताओं ने ट्रैफिक पुलिस का पूरा सहयोग किया। वहीं, इंदौर की स्वच्छता की परंपरा के अनुरूप साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखा गया। सभी दस स्थानों पर छोटे-बड़े पानी के 20 से ज्यादा टैंकर खड़े किए गए। आसपास के गांव के सरपंचों से टैंकर बुलवाए गए। निगम की मदद से भी टैंकर की व्यवस्था की गई।