वित्तीय कार्रवाई कार्यबल ने कहा है कि आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराए जाने पर कड़ी निगरानी के बावजूद अवैध गतिविधियों और वैश्विक मददगारों के जरिये आतंकवादी गुटों को फायदा हो रहा है। वित्तीय कार्रवाई कार्यबल का एक सप्ताह का सम्मेलन पेरिस में चल रहा है। इस सम्मेलन में फैसला किया जाएगा कि पाकिस्तान कार्यबल की ग्रे लिस्ट में बना रहेगा या उसे ब्लैक लिस्ट में डाल दिया जाएगा या फिर वह किसी भी सूची से बच जाएगा। भारत ने कार्यबल से पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी गुटों को लगातार समर्थन दे रहा है।